फसल को सूखता देख किसान ने अपने खेत में कर ली आत्महत्या, प्रियंका ने योगी सरकार को सुनाई खरी-खोटी, लगाए बड़े आरोप
By गुणातीत ओझा | Published: June 5, 2020 02:23 PM2020-06-05T14:23:45+5:302020-06-05T14:23:45+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है कि अपनी गन्ने की फसल को खेत में सूखता देख और पर्ची न मिलने के चलते मुजफ्फरनगर के एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली। भाजपा का दावा था कि 14 दिनों में पूरा भुगतान दिया जाएगा लेकिन हजारों करोड़ रुपया दबाकर चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं।
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर गन्ना किसानों को बकाये का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि 14 दिनों में भुगतान का दावा करने वाली भाजपा अब खामोश बैठी है। मुजफ्फरनगर जिले में एक किसान की कथित खुदकुशी से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘ अपनी गन्ने की फसल को खेत में सूखता देख और पर्ची न मिलने के चलते मुजफ्फरनगर के एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली। भाजपा का दावा था कि 14 दिनों में पूरा भुगतान दिया जाएगा लेकिन हजारों करोड़ रुपया दबाकर चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं।’’ प्रियंका ने कहा, ‘‘मैंने दो दिन पहले ही सरकार को इसके लिए आगाह किया था। सोचिए इस आर्थिक तंगी के दौर में भुगतान न पाने वाले किसान परिवारों पर क्या बीत रही होगी। लेकिन भाजपा सरकार अब 14 दिन में गन्ना भुगतान का नाम तक नहीं लेती।’’
किसानों ने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरनगर के खतौली त्रिवेणी शुगर मिल गन्ने की तोल बंद करा दी है। गन्ने की पर्ची न मिलने से किसान ओमपाल अपनी बर्बाद होती तैयार गन्ने की फसल को लेकर परेशान था। मृतक किसान ओमपाल सिंह की सिसौली गांव में 6 बीघा खेती है। लॉकडाउन में ओमपाल सिंह की 3 बीघा गन्ने की फसल तो मिल में पर्ची के आधार पर चली गई, लेकिन बाद में बची 3 बीघा गन्ने की फसल की पर्ची किसान को चक्कर काटने के बाद भी शुगर मिल ने नहीं दी। इसके बाद परेशान किसान ने अपने खेत में पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली।
ओमपाल की आत्महत्या के बाद गुस्साए सैकड़ों किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को लेकर किसानों की भीड़ और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। मृतक किसान ओमपाल सिंह अपने घर में अकेला कमाने वाला किसान था। उसके परिवार में पत्नी के साथ उनके 6 बच्चे हैं। किसान के आत्महत्या करने के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। गुस्साए ग्रामीणों ने शव को खेत में घंटे तक रखकर खतौली त्रिवेणी शुगर मिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।