प्रशांत किशोर ने फिर से CM नीतीश कुमार पर किया शब्दबाणों का बौछार, कहा- बिहार में हुई सबसे कम कोरोना की टेस्टिंग
By एस पी सिन्हा | Published: June 14, 2020 02:56 PM2020-06-14T14:56:11+5:302020-06-14T14:56:11+5:30
प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि देश में अगर सबसे कम कोरोना की टेस्टिंग बिहार में हुए हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को जनता के बारे में सोचना चाहिए तो चुनाव चुनावों की चर्चा कर रहे हैं. 7-9 प्रतिशत पॉज़िटिव केस दर और 6 हज़ार से ज़्यादा केस के बावजूद बिहार में करोना के बजाय चुनावों की चर्चा है.
पटना: कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आंखों के तारा माने जानेवाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले का कोई भी मौका गंवाना नही चाहते हैं. यही कारण है कि मौका मिलते ही वह नीतीश कुमार पर शब्दबाणों की बौछार कर देने से नही चूक रहे हैं. प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. प्रशांत ने कहा कि बिहार में कोरोना के 6 हजार से अधिक केस सामने आ चुके हैं. इसके बाद भी नीतीश कुमार सिर्फ चुनाव की चर्चा कर रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि देश में अगर सबसे कम कोरोना की टेस्टिंग बिहार में हुए हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को जनता के बारे में सोचना चाहिए तो चुनाव चुनावों की चर्चा कर रहे हैं. 7-9 प्रतिशत पॉज़िटिव केस दर और 6 हज़ार से ज़्यादा केस के बावजूद बिहार में करोना के बजाय चुनावों की चर्चा है. तीन महीनों से कोरोना के डर से अपने आवास से ना निकलने वाले नीतीश कुमार समझते हैं कि लोगों के घरों से निकलकर चुनाव में भाग लेने में कोई ख़तरा नहीं है.
पीके ने अपने ट्वीट में लिखा है कि तीन महीनों से कोरोना के डर से अपने आवास से ना निकलने वाले नीतीश कुमार समझते हैं कि लोगों के घरों से निकलकर चुनाव में भाग लेने में कोई खतरा नहीं है. यहां यह भी बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कुछ दिन पहले कहा था कि पहले सरकारी मशीनरी और संसाधनों का दुरूपयोग कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रतिदिन घंटो अपने नेताओं से वीडियो कॉफ़्रेंस करते हैं. लेकिन आम जनता को उन्होंने इस संकट में पूछा तक नहीं. उन्होंने एक और ट्विट कर कहा आदरणीय मुख्यमंत्री जी, इस संकटकाल में स्वास्थ्य व्यवस्था, गरीबों-श्रमिकों की वस्तुस्थिति जानने और राज्यवासियों की हौसलाअफजाई करने विगत 84 दिन से आप घर से बाहर नहीं निकले हैं. आप ऐसा करने वाले देश के अकेले मुख्यमंत्री हैं. अगर कोई डर है तो आगे-आगे मैं आपके साथ चलूंगा. लेकिन अब तो निकलिए.
प्रशांत किशोर के अलावे बिहार के विपक्षी दलों ने भी यही बार-बार मुद्दा उठाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर रहा है कि लॉकडाउन के बाद आजतक नीतीश कुमार क्यों नहीं आवास से बाहर निकल रहे हैं. लालू परिवार नीतीश को बार-बार बाहर निकलने की चुनौती दे रहा है. लालू यादव भी कई बार कह चुके हैं कि नीतीश कोरोना से डर गए है और आलीशान बंगला से निकला नहीं चाहते हैं. अगर उनको बिहार की जनता की चिंता रहती है तो वह बाहर जरूर निकलते.