पटना: नीतीश कुमार ने चुनाव से पहले दलित समाज के लोगों के वोट के लिए बड़ा फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने घोषणा किया है कि राज्य में यदि किसी SC/ST व्यक्ति की हत्या होती है तो राज्य सरकार उसके परिजनों को सरकारी नौकरी देगी। नीतीश कुमार के इस फैसले पर विपक्ष ने जोरदार हमला कर दिया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि राज्य सरकार के इस फैसले से प्रदेश में अपराध और अधिक बढ़ सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार एससी व एसटी समाज के लोगों की हत्या पर नौकरी की घोषणा करते हैं तो सामान्य व ओबीसी वर्ग के लोगों की मौत पर नौकरी क्यों नहीं? साफ है कि तेजस्वी यादव ने ओबीसी के साथ ही साथ समान्य वर्ग के लोगों की आवाज को उठाया है।
तेजस्वी यादव ने बेरोजगार युवाओं के लिए टोल फ्री नंबर किया जारी-
बता दें कि तेजस्वी यादव ने डब्लूडब्लूडब्लू.बेरोजगारीहटाओ.को.इन वेबसाइट लांच करते हुए एक टोल फ्री नंबर 9334302020 भी जारी किया है। उन्होंने वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए कहा कि कोई भी बेरोजगारी से समस्या से संबधित युवा संपर्क कर सकता है।
इस दौरान तेजस्वी ने बिहार समेत देश भर में नौकरियों की कमी को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह दलितों की हत्या का प्रमोशन कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो ऐलान किया है वह बताता है कि सरकार दलितों की हत्या चाहती है।
तेजस्वी का ऐलान- जीतने पर बिहार में सरकारी रिक्तियों को सबसे पहले भरने का काम करेंगे
तेजस्वी यादव ने कहा है कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार बिहार में सरकारी रिक्तियों को सबसे पहले भरने का काम करेगी। उन्होंने देश में बढती हुई बेरोजगारी पर मोदी सरकार पर भी तंज कसा।
तेजस्वी ने कहा कि राज्य और देश का युवा बेरोजगारी को लेकर परेशान है लेकिन सरकार वैकेंसी नहीं भर रही है। बिहार में वैकेंसी होने के बावजूद सरकारी नौकरी में आने का अवसर युवाओं को नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट से बेरोजगारी के मुद्दे पर बातचीत हुई है और जल्द ही इसको लेकर ब्लू प्रिंट सामने लाएंगे। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो हत्या को प्रमोट कर रहे हैं।