NEET-JEE: सीएम ममता बोलीं- केंद्र उपदेश देने में व्यस्त, छात्रों के 'मन की बात' को सुनना चाहिए, जान जोखिम में डाल रहा है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 28, 2020 04:39 PM2020-08-28T16:39:39+5:302020-08-28T18:21:25+5:30
कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की छात्र विंग ने सितंबर महीने में NEET और JEE की परीक्षा कराने के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। सीएम ने कहा कि केंद्र उपदेश देने में व्यस्त है, इसके बजाय उसे छात्रों के 'मन की बात' को सुनना चाहिए।
ममता बनर्जी ने टीएमसी की छात्र शाखा की एक डिजिटल रैली में कहा कि जेईई/एनईईटी परीक्षा आयोजित करने पर अड़े रहकर केंद्र छात्रों की जान जोखिम में डाल रहा है। कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की छात्र विंग ने सितंबर महीने में NEET और JEE की परीक्षा कराने के खिलाफ प्रदर्शन किया। बंगाल सरकार दुर्गा पूजा से पहले कॉलेज/विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा आयोजित करने के फायदे-नुकसान पर विचार कर रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जेईई और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) टलवाने के लिये विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उच्चतम न्यायालय में संयुक्त रूप से अपील करने का बुधवार को प्रस्ताव दिया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार अक्तूबर में दुर्गा पूजा से पहले कॉलेज और विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करने के फायदे और नुकसान पर विचार-विमर्श कर रही है।
उन्होंने सितंबर में जेईई और नीट परीक्षा आयोजित करने के फैसले के लिए केंद्र की आलोचना की और कहा कि केंद्र सरकार का इस पर अड़े रहने का रवैया कोविड-19 संकट को और बढ़ाएगा। बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छत्र परिषद (टीएमसीपी) की एक डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने अपने शिक्षा मंत्री से कहा है कि अक्तूबर में दुर्गा पूजा से पहले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने की संभावना पर गौर करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा दोनों के विकल्पों पर विचार किया जाना चाहिए।’’
On September 16, Trinamool Congress along with farmers will stand in agricultural fields to protest against the Centre's anti-farmer policies. I will also attend the programme in some villages: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee https://t.co/IbkE7N9r4W
— ANI (@ANI) August 28, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी भी परीक्षा के खिलाफ नहीं हैं। हम सिर्फ यह कह रहे हैं कि महामारी फैली हुई है और यह छात्रों की जान को जोखिम में डाल सकती है।’’ उच्चतम न्यायालय ने आज दिन में फैसला सुनाया कि राज्य और विश्वविद्यालय 30 सितंबर तक अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित किए बिना छात्रों को प्रोन्नत नहीं कर सकते।
न्यायालय ने कहा कि अगर किसी राज्य को लगता है कि वह 30 सितंबर तक परीक्षा आयोजित नहीं कर सकता है, तो उसे नई तारीखों के लिए यूजीसी से संपर्क करना होगा। सितंबर में जेईई-नीट परीक्षा आयोजित करने के निर्णय को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए, बनर्जी ने कहा, ‘‘हमने महामारी के कारण केंद्र सरकार से इसे स्थगित करने का आग्रह किया, लेकिन केंद्र सरकार अपने फैसले पर अड़ी हुई है। केंद्र छात्रों के मन की बात सुनने के बजाय उपदेश देने में व्यस्त है।’’
पश्चिम बंगाल सहित छह विपक्षी पार्टी राज्यों के मंत्रियों ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर कर कोविड-19 महामारी के बावजूद केन्द्र को नीट और जेईई की प्रवेश परीक्षायें आयोजित करने की अनुमति देने के आदेश पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया है।