पीएम नरेंद्र मोदी के भाई क्यों हैं चर्चा में, अमित शाह के बेटे पर उन्होंने क्या कहा है, जानिए
By विनीत कुमार | Updated: February 5, 2021 12:58 IST2021-02-05T12:56:55+5:302021-02-05T12:58:10+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रहलाद मोदी की बेटी ने बीजेपी से स्थानीय निकाय चुनाव के लिए टिकट की मांग की थी। हालांकि, उन्हें टिकट नहीं मिला है। बीजेपी ने गुरुवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की।

पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी क्यों हैं चर्चा में
गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह को बीसीसीआई में जिम्मेदारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है- 'जय शाह जिनका क्रिकेट में कोई योगदान नहीं है (कम से कम मेरी जानकारी में), तो उन्हें क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की जिम्मेदारी क्यों दी गई है।'
बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू में प्रह्लाद मोदी ने ये सवाल उठाए हैं। प्रह्लाद मोदी ने राजनाथ सिंह के बेटे के सांसद बनने का भी जिक्र किया।
प्रह्लाद मोदी दरअसल पीएम मोदी के बड़े भाई हैं। उन्होंने ये बातें गुजरात में होने वाले निकाय चुनाव में बीजेपी की ओर अपनी बेटी सोनल मोदी को टिकट नहीं दिए जाने की आशंकाओं को लेकर एक सवाल के जवाब में ये बातें गुरुवार को कही थी।
वैसे बता दें कि ताजा अपडेट के अनुसार पीएम मोदी की भतीजी सोनल मोदी अहमदाबाद नगर निकाय चुनाव के लिए बीजेपी का टिकट नहीं मिला है। बीजेपी ने अहमदाबाद नगर निगम के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की सूची कल जारी कर दी थी। इसमें सोनल मोदी का नाम नहीं है।
'हम पीएम मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं करते'
प्रह्लाद मोदी ने बीबीसी के साथ इंटरव्यू में एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, 'हम पीएम मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल कर अपनी जिंदगी नहीं चलाते हैं। हमारे परिवार के सभी सदस्य कठिन परिश्रम करते हैं, कमाते हैं और उसी से अपना खर्च चलाते हैं। मैं राशन की एक दुकान चलाता हूं।'
गुजरात उचित दर दुकान संघ के अध्यक्ष प्रह्लाद साथ ही कहते हैं, जब से नरेंद्र भाई देश के प्रधानमंत्री बने हैं, मुझे नहीं पता कि उनके घर का दरवाजा कैसा दिखता है। नरेंद्र मोदी ने साल 1970 में घर छोड़ दिया था और पूरे भारत को ही अपना घर बना लिया।'
'पीएम मोदी के आसपास क्यों नहीं आता घर का कोई बच्चा?'
प्रह्लाद इस इंटरव्यू में आगे कहते हैं, जब नरेंद्र भाई बा (मां) से मिलने आते हैं तो इस बात को लेकर स्पष्ट निर्देश होते हैं कि परिवार के अन्य सदस्य दूर रहें। शुरुआती यात्राओं में वो जब भी बा से मिलने गए, तो देखा होगा कि छोटे भाई का परिवार भी आस-पास दिखाई देता था, लेकिन अब नहीं।'
प्रद्लाद मोदी आगे कहते हैं, 'जब नरेंद्र बा से मिलने आते हैं, तो उस समय आपको परिवार का एक बच्चा भी आसपास नहीं दिखाई देगा। वो पंकज के यहां जाते हैं, क्योंकि बा वहीं रहती हैं। लेकिन इस बात का क्या मतलब कि जैसे ही वो पहुंचते हैं, परिवार का कोई सदस्य नहीं हो सकता?'
प्रह्लाद मोदी ने कहा, 'मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए होता होगा ताकि तस्वीरें ज्यादा साफ मिलें। या फिर हो सकता है कि नरेंद्र भाई सोचते होंगे कि जैसे उन्होंने घर छोड़ दिया है और उन्हें परिवार की जरूरत नहीं है, तो तस्वीर में भी परिवार नहीं आना चाहिए। यह सबकुछ इस बात पर निर्भर करता है कि नरेंद्र भाई क्या सोचते हैं।'
सोनल मोदी को क्यों नहीं मिला टिकट
बीजेपी की ओर से गुरुवार देर शाम जारी की गई सूची में बोदकदेव या किसी अन्य वार्ड से सोनल को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सी. आर. पाटिल से जब सोनल मोदी को टिकट नहीं दिए जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि नियम सबके लिए बराबर हैं।
सोनल मोदी ने कहा था कि उन्होंने एएमसी के बोदकदेव वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी से टिकट मांगा है। दरअसल, बीजेपी ने उम्मीदवारों के लिए नए नियमों का हवाला दिया है। इसके अनुसार 60 साल से अधिक उम्र के लोगों, नेताओं के रिश्तेदारों को इस बार टिकट नहीं दिया जा रहा है।
हालांकि, सोनल मोदी ने दावा किया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री की भतीजी होने के नाते नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ता की हैसियत से टिकट मांगा था।