मध्य प्रदेश सरकार संकट: ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा लगाए गए आरोपों का कमलनाथ आज देंगे जवाब
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: March 12, 2020 07:24 IST2020-03-12T07:24:01+5:302020-03-12T07:24:01+5:30
मुख्यमंत्री कमलनाथ आज राजधानी भोपाल में एक संवाददाता सम्मेलन कर ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा उन पर लगाए गए भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों का जवाब देंगे. इसके लिए बुधवार को दिनभर मंत्रालय में दस्तावेजों की तलाश भी की जाती रही.

ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ। (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री कमलनाथ आज राजधानी भोपाल में एक संवाददाता सम्मेलन कर ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा उन पर लगाए गए भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों का जवाब देंगे. इसके लिए बुधवार को दिनभर मंत्रालय में दस्तावेजों की तलाश भी की जाती रही.
वहीं, मध्यप्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच भाजपा और कांग्रेस ने अपने विधायकों को बचाने के लिए घेराबंदी शुरु कर दी है. इसके चलते भाजपा ने 105 विधायकों को गुरुग्राम भेजा है तो कांग्रेस ने अपने 88 विधायकों के साथ 4 निर्दलीय विधायकों को जयपुर भेजा है. इसी बीच बैंगलुरु में डेरा डाले सिंधिया समर्थकों ने वीडियो जारी कर सिंधिया के प्रति अपनी आस्था जताते हुए कहा कि वे सिंधिया के साथ हैं. सिंधिया जहां जाएंगे, वहां हम भी जाएंगे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे देने और भाजपा की सदस्यता लेने के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट और गहरा गया है. कांग्रेस के अलावा भाजपा में भी हलचल मच गई है. दोनों ही दलों ने विधायकों की तोड़-फोड़ और खरीद फरोख्त की आशंका के चलते मध्यप्रदेश से बाहर अपने विधायकों को भेज दिया है. भाजपा ने मंगलवार की रात को ही 105 विधायकों को दिल्ली भेजकर उन्हें गुरुग्राम में ठहराया है. वहीं कांग्रेस ने अपने 88 विधायकों और 4 निर्दलीय विधायकों के साथ विधायकों को जयपुर भेज दिया है. कांग्रेस नेता अब भी इस बात का दावा कर रहे हैं कि फ्लोर टेस्ट में यह साबित कर देंगे की सरकार कांग्रेस की ही रहेगी.
सिंधिया कुंए में कूदने का कहें तो कूद जाऊंगी
बैंगलुरु में डेरा जमाए सिंधिया समर्थक मंत्रियों और विधायकों ने एक साथ कई वीडियो जारी कर सिंधिया का हर कदम पर साथ देने की बात कही है. इमरती देवी ने सिंधिया के प्रति अपनी श्रद्धा को इस तरह जाहिर किया है कि उन्होंने कहा कि सिंधिया अगर कुंए में गिरने को कहेंगे तो वहां भी आंख बंद करके कूंद जाएंगी.
इमरती देवी ने इस दौरान कमलनाथ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि जिस नेता के चलते प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, कमलनाथ सरकार ने उसी नेता की उपेक्षा की है, जो सही नहीं है. एक अन्य वीडियो में विधायक डा. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि है कि उकने नेता सिंधिया हैं और वे जहां रहेंगे, वे उनके साथ हैं. वहीं एक अन्य मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि सिंधिया की उपेक्षा याने हम सब की उपेक्षा है.
फैलाया जा रहा भ्रम
जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने सिंधिया समर्थकों द्वारा जारी किए वीडियो को लेकर कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा है. उनका कहना है कि जो भी वीडियो आ रहे हैं वे सब फर्जी हंै. शर्मा ने कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को जयपुर ले जाने को लेकर कहा कि इसमें गलत क्या है, भाजपा ने भी तो विधायकों को दिल्ली भेजा है.
कांग्रेस नेता जुटे सरकार बचाने में
मध्यप्रदेश में सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जुटे हैं. सभी नेता सरकार न गिरे इसके लिए प्रयास कर रहे हैं, इन नेताओं का पहला प्रयास है कि वे किसी तरह से बैंगलुरु में डेरा डाले सिंधिया समर्थक विधायकों (जिनमें 6 मंत्री भी शामिल हैं) को किसी तरह से वापस कांग्रेस के समर्थन में लाया जाए. इसके चलते राज्य के दो मंत्रियों डा. गोविंद सिंह और सज्जन वर्मा बैंगलुरु पहुंचे हैं.
कांग्रेस द्वारा लगातार यह दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के ये विधायक उनके संपर्क में हैं, मगर कांग्रेस के इस दावे का आज उस वक्त झटका लगा जब इन विधायकों ने दोपहर को वीडियो जारी कर सिंधिया में आस्था जताई है. सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट ने सिंधिया ने जो फैसला लिया है, वह सही है, जहां सिंधिया जाएंगे वहीं वे लोग जाएंगे. वासनिक और रावत जयपुर पहुंचे हैं.
हम चुप है, मगर सोए हुए नहीं हैं: दिग्विजय
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा की सदस्यता लेने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को इस बात का मलाल हुआ कि वे भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि सिंधिया भाजपा में चले जाएंगे, इस बात का उन्हें अंदाजा ही नहीं था. हमसे यह चूक हुई है. उन्होंने कहा कि सिंधिया को उप मुख्यमंत्री पद दिए जाने को कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं माना. इसके बजाय वे अपने समर्थक को इस पद पर बैठाना चाहते थे.
सिंह से दावा किया कि कांग्रेस के जिन 22 विधायकों ने इस्तीफे की पेशकश की है, उनमें से 13 विधायक हमारे संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि जब शिवराज सिंह चौहान सरकार को गिराने में नाकामयाब हुए तो भाजपा ने सिंधिया का दामन थामा. उन्होंने यह भी दावा किया कि हम फ्लोर टैस्ट जीतेंगे, हम चुप हैं, मगर सोए हुए नहीं हैं.