सांसद लोगों के रोल मॉडल बनें ,संसद की गरिमा का हो रहा है ह्रास : वेंकैया नायडू
By शीलेष शर्मा | Published: February 5, 2021 06:48 PM2021-02-05T18:48:17+5:302021-02-05T19:46:54+5:30
वेंकैया नायडू ने टिप्पणी की कि सांसद निधि के दुरुपयोग की ख़बरें भी आयीं ,लेकिन सिंघवी ने साबित कर दिया कि सांसद निधि का उपयोग कैसे हो।
नयी दिल्ली ,5 फ़रवरी। सांसद लोगों के रोल मॉडल बनें ,संसद की गरिमा का ह्रास हो रहा है ,इसके लिये जरूरी है कि सांसद लोगों के बीच रहें ,उनसे संवाद बनायें तथा उनको समझायें कि विकास और सशक्तिकरण का क्या महत्व है। यह बात आज उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सांसद अभिषेक सिंघवी के सांसद निधि से किये कार्यों पर लिखी गयी पुस्तक "पार्लियामेंट्री मैसिंजर इन राजस्थान " के वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर कही।
पुस्तक की चर्चा करते हुये उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह पुस्तक दूसरे सांसदों के लिये प्रेरणा बनेगी क्योंकि डॉ सिंघवी ने सांसद निधि का समाज सेवा के लिये जिस प्रकार उपयोग किया है वह एक बेहतरीन उदाहरण है। पिछड़े इलाकों को केंद्र बिंदु में रख कर दूर दराज़ के इलाकों में शिक्षा ,स्वास्थ्य और जन उपयोग से जुड़े कार्यों में निधि का उपयोग यह साबित करता है कि उनकी सोच और सरोकार कहाँ जुड़ा है।
उपराष्ट्रपति ने सांसद निधि के खर्च ,उससे होने वाले कामों पर निगरानी के लिये तीसरे पक्ष की व्यवस्था पर जोर देते हुये सलाह दी कि सांसद इस निधि से स्थाई परिसम्पत्तियों के सृजन पर जोर दें। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष गुलामनवी आज़ाद ने सिंघवी और उनके कामों की प्रशंसा करते हुये कहा सांसद निधि से काम कराने में सिंघवी ने सभी को पीछे छोड़ दिया है।
उनके पिता लक्ष्मीमल सिंघवी के साथ गुज़ारे समय को भी आज़ाद ने याद किया और कहा कि अभिषेक सिंघवी में वही गुण हैं और वही प्रतिभा। आज़ाद का सुझाव था की इस पुस्तक को सांसदों के बीच बांटा जाना चाहिये। इस अवसर पर थावर चंद गेहलोत ,उपसभापति हरवंश सहित अनेक सांसदों ने अपनी बात रखी।