सोनिया गांधी से मिलने के बाद ममता ने अखिलेश और माया को लगाया फोन, कहा-अब एक साथ आना होगा
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 29, 2018 05:02 IST2018-03-29T00:30:51+5:302018-03-29T05:02:21+5:30
पहले कयास लगाए जा रहे थे ममता बनर्जी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश का दौरा कर सकती हैं और अखिलेश यादव व मायावती से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन किसी कारण ऐसा नहीं सका।

सोनिया गांधी से मिलने के बाद ममता ने अखिलेश और माया को लगाया फोन, कहा-अब एक साथ आना होगा
नई दिल्ली, 29 मार्चः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी हुई हैं। वे अब तीसरा मोर्चा बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधियों से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुलाकात कर रही हैं और आगे की रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं। बुधवार को पहले उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की उसके बाद उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी के मुखियाओं से फोन पर बातचीत की।
अखिलेश और मायावती को साथ आने को कहा
पहले कयास लगाए जा रहे थे ममता बनर्जी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश का दौरा कर सकती हैं और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन किसी कारण ऐसा नहीं सका। हालांकि उन्होंने दोनों नेताओं से फोन पर बातचीत की। साथ ही साथ लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में हुई बातचीत से अवगत कराया और एकजुट होने के लिए कहा।
ममता ने माया को दिया धन्यवाद
ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से अपील की कि बीजेपी को 2019 लोकसभा चुनाव हराने के लिए सभी को एक साथ आना होगा। वहीं मायावती से बातकर ममता ने उन्हें पश्चिम बंगाल हिंसा के मुद्दे पर साथ देने के लिए धन्यवाद किया, जिसमें मायावती ने केन्द्र सरकार पर राजग शासित बिहार और तृणमूल शासित पश्चिम बंगाल में दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है और कहा है कि उत्तर प्रदेश के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यवस्था की पोल खोल दी है।
ममता ने सोनिया से बताया खास रिश्ता
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को सोनिया गांधी से मिलने जनपथ पहुंची। मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया को बताया 'मैं जब दिल्ली आती हूं तो सोनिया से जरूर मिलती हूं। उनसे हमारा रिश्ता काफी अच्छा है। हमने इस मुलाकात में 2019 के चुनाव को लेकर चर्चा की है। ममता ने आगे कहा कि अगर बीजेपी को हटाना है तो कांग्रेस को साथ मिलकर काम करना होगा।
कर्नाटक में जीते कांग्रेस
उन्होंने आगे बताया कि बीजेपी के साथ अब मुकाबला सीधा है। वह चाहती हैं कि कर्नाटक में कांग्रेस जीते। ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं, बुधवार को उनके दौरे का तीसरा दिन था। बुधवार को वह बीजेपी के बागी नेताओं से भी मिलीं। इनमे शत्रुघ्न सिन्हा, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी शामिल थे।
'बीजेपी के लिए बोरिया बिस्तर बांधने का समय'
मंगलवार को (27 मार्च) को केन्द्र सरकार पर करारा प्रहार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि नोटबंदी और बैंक घोटाले जैसे मुद्दों ने जमीनी स्तर पर जनता को प्रभावित किया है और बीजेपी के लिए 'बोरिया बिस्तर बांधकर निकलने का' वक्त आ गया है। सभी विपक्षी दलों को भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकसाथ मिलकर मेहनत करनी चाहिए।
विपक्षी दल एकसाथ मिलकर करें मेहनत
उन्होंने यह भी कहा था 'हम चाहते हैं कि सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर मेहनत करें। हमें बीजेपी से लड़ने के लिए राज्य की सबसे मजबूत विपक्षी पार्टी की मदद करनी चाहिए। यह एक लड़ाई होनी चाहिए।' राष्ट्रीय राजधानी आईं ममता ने राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, टीआरएस तथा शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा, 'जनता बीजेपी के खिलाफ है। मैंने कई राज्यों की यात्रा की। मैं जनता का मूड जानती हूं। नोटबंदी, जीएसटी, बैंक धेाखाधड़ी जैसे मुद्दों ने जमीनीस्तर पर जनता को प्रभावित किया है।