लाइव न्यूज़ :

Maharashtra ki khabar: एनसीपी नेता ने पीएम पर बोला हमला, कहा- वह अपने घर की लाइट नहीं बंद करेंगे क्योंकि वह ‘‘मूर्ख नहीं” हैं

By भाषा | Updated: April 3, 2020 17:51 IST

प्रदेश के आवास मंत्री एवं राकांपा नेता जितेंद्र अवहाड ने यह भी कहा कि वह अपने घर की लाइट नहीं बंद करेंगे क्योंकि वह ‘‘मूर्ख नहीं” हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार सुबह देशवासियों से अपील की कि वे रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की बालकनी में खड़े रह कर मोमबत्ती, दीये, टॉर्च या मोबाइल फोन की ‘फ्लैशलाइट’ जलायें।

Open in App
ठळक मुद्देउम्मीद थी कि प्रधानमंत्री लोगों को आवश्यक सेवाओं और भोजन उपलब्ध कराने के बारे में बात करेंगे।देश में मास्क, सेनेटाइजर एवं दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में उन्हें जानकारी देंगे।

मुंबईःराकांपा ने कोरोना वायरस को हराने की ‘सामूहिक शक्ति’ की भावना प्रदर्शित करने के लिए लोगों से दीये जलाने की अपील करने वाले संदेश को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शु्क्रवार को आलोचना की। पार्टी ने कहा कि इस संदेश ने नागरिकों को काफी निराश किया है और प्रदेश के एक मंत्री ने ऐसा करने के लिये कहने को बेहद मूर्खतापूर्ण करार दिया।

प्रदेश के आवास मंत्री एवं राकांपा नेता जितेंद्र अवहाड ने यह भी कहा कि वह अपने घर की लाइट नहीं बंद करेंगे क्योंकि वह ‘‘मूर्ख नहीं” हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार सुबह देशवासियों से अपील की कि वे रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की बालकनी में खड़े रह कर मोमबत्ती, दीये, टॉर्च या मोबाइल फोन की ‘फ्लैशलाइट’ जलायें।

महाराष्ट्र के एक और मंत्री एवं राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि यह अपेक्षा की जा रही थी कि मोदी कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बात करेंगे लेकिन इसके बजाए लोगों से दीये जलाने को कहा गया। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि मोदी जी के शुक्रवार सुबह नौ बजे के भाषण से लोग काफी निराश हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री कोविड-19 संक्रमण को काबू करने के लिए उठाए गए केंद्र के कदमों के बारे में बात करेंगे और संक्रमित लोगों के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताएंगे, लेकिन उन्होंने दीये जलाने को कहा।

मोदी पर निशाना साधते हुए अवहाड ने यह भी कहा कि उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री लोगों को आवश्यक सेवाओं और भोजन उपलब्ध कराने के बारे में बात करेंगे तथा देश में मास्क, सेनेटाइजर एवं दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता के बारे में उन्हें जानकारी देंगे।

अवहाड ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री लोगों, खासकर गरीबों के जीवन पर कुछ रोशनी डालेंगे जो इस महामारी की वजह से अंधकार का सामना कर रहे हैं लेकिन इसके बजाए उनसे लाइटें बुझाकर मोबाइल की ‘फ्लैशलाइट’ जलाने को कहा गया, इसलिये लोगों से ऐसा करने को कहना बिल्कुल ही ‘‘मूर्खतापूर्ण और बचकाना’’ है। मंत्री ने कहा कि वह लोगों के बीच काम कर रहे हैं और अपने घर की लाइट बंद नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं गरीबों को मोमबत्ती और दीये का तेल खरीदने के लिये जरूरी पैसे दूंगा। लेकिन मैं अपने घर की लाइटें बंद नहीं करूंगा और मोमबत्ती भी नहीं जलाउंगा। मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूं कि मैं मूर्ख नहीं हूं। अवहाड ने मोद पर हर चीज को आयोजन बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

टॅग्स :कोरोना वायरस लॉकडाउनमुंबईशरद पवारउद्धव ठाकरे सरकारउद्धव ठाकरे
Open in App

संबंधित खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतIndiGo Flight: कुवैत से हैदराबाद जा रहे विमान को मुंबई किया गया डायवर्ट, 'ह्यूमन बम' की धमकी के बाद एक्शन

भारतसिंधुदुर्ग स्थानीय निकाय चुनावः संदेश पारकर के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं?, भाजपा नेता नितेश राणे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरते हुए पूछे सवाल?

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव 2025ः 246 नगरपालिका परिषद और 42 नगर पंचायत पर 2 दिसंबर को मतदान, 3 दिसंबर को मतगणना, 1.07 करोड़ मतदाता और 13,355 मतदान केंद्र

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा