मुंबईः महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के लिए 10,000 पुलिसकर्मियों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। महाराष्ट्र की पहली महिला बटालियन नागपुर जिले के कटोल में शुरू की जाएगी, जिसमें 1400 युवतियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए 100 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था को मजबूत करने और पुलिस बल पर काम के तनाव को कम करने के लिए 10,000 कांस्टेबलों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा नागपुर के कटोल ताल्लुका में राज्य रिजर्व पुलिस बल की पूर्ण महिला बटालियन भी स्थापित की जाएगी।
एक सरकारी बयान के मुताबिक, इस आशय का फैसला मंत्रालय में पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें गृह राज्य मंत्री अनिल देशमुख और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बयान में पवार के हवाले से कहा गया है, " पुलिस सिपाही श्रेणी में 10,000 कर्मियों को भर्ती करने का निर्णय हुआ है, ताकि राज्य में कानून एवं व्यवस्था को मजबूत किया जा सके और बल पर से काम का दबाव कम हो सके। "
उन्होंने कहा कि इस कदम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को पुलिस बल में सेवा देने का मौका मिलेगा। पवार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुनिश्चित किया जाए कि भर्ती प्रक्रिया कोविड-19 संकट के तहत बिना किसी बाधा के एक साल में पूरी हो जाए।
उन्होंने अधिकारियों से राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए एक प्रस्ताव लाने को कहा। उपमुख्यमंत्री ने बयान में कहा कि इससे भी ज्यादा, महिला बटालियन में 1384 पद सृजित किए जाएंगे और भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी होगी और हर चरण में 461 पदों को भरा जाएगा।
उत्तराखंड में चिकित्सकों के 763 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती जल्द
उत्तराखंड में चिकित्सकों के 763 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है और इसके लिए प्रदेश चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से तत्काल विज्ञप्ति प्रकाशित कर चयन की कार्यवाही प्राथमिकता से करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को इस संबंध में कहा कि 763 चिकित्सकों की भर्ती से राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूती मिलेगी।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी सुधार किया गया है। उन्होंने कहा कि आज हर जिले में आईसीयू की सुविधा है, चिकित्सकों की संख्या पहले की तुलना में दोगुनी है तथा टेली रेडियोलोजी और टेली मेडिसिन शुरू किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि हम कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं तथा उत्तराखण्ड उन राज्यों में है जहां सर्वाधिक मरीज ठीक हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। रावत ने कहा कि कोरोना काल में 400 नए डाक्टरों की भर्ती करने, 273 आईसीयू बेड और 165 वेंटिलेटर की व्यवस्था करने के साथ ही 13 जिला अस्पतालों और बेस अस्पतालों में आक्सीजन सप्लाई पाईप लाइन का निर्माण किया जा रहा है।