विधान सभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में नई पार्टी का उदय, बीजेपी और कांग्रेस के लिए बनेगी मुसीबत
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: October 3, 2018 20:00 IST2018-10-03T20:00:34+5:302018-10-03T20:00:34+5:30
पार्टी का मुख्य उद्देश्य किसानों का मुद्दा, भ्रष्टाचार, काला धन, आर्थिक संकट, गरीबी, नौकरियों का अकला, पूंजीवाद, शिक्षा में कुप्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाएं, कमजोर वर्ग और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकना।

विधान सभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में नई पार्टी का उदय, बीजेपी और कांग्रेस के लिए बनेगी मुसीबत
भोपाल, तीन अक्टूबर: मध्यप्रदेश में एक और राजनीतिक दल का उदय हो गया। गांधी जयंती के अवसर पर आज सपाक्स संगठन ने अपने को राजनीतिक पार्टी बताते हुए इसकी घोषणा कर दी। सपाक्स ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव में सभी 230 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी प्रत्याशी मैदान में होंगे।
सपाक्स के डा। हीरालाल त्रिवेदी ने आज इसकी घोषणा कर दी। उन्होंने बकायदा पार्टी का झंडा भी लांच करते हुए खुद को पार्टी का पहला अध्यक्ष बताया। त्रिवेदी ने कहा कि आज पार्टी का गठन किया गया, जिसमें चार उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। इन उपाध्यक्षों में भाजपा छोड़कर सपाक्स में आए राजीव खंडेलवाल भी हैं। त्रिवेदी ने बताया कि पार्टी विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि उनके पास करणी सेना और ब्राह्मण महासभा के अलावा 70 सवर्ण संगठनों का समर्थन है।
त्रिवेदी ने बताया आज पार्टी का ध्वज भी लांच किया उनकी पार्टी का ध्वज केसरिया रंग का होगा, जिस पर उगता सूरज का निशान होगा। इसका मतलब है नई सुबह। उन्होंने बताया कि संगठन ने यह तय किया है कि क्षेत्रीय स्तर पर समान्य, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के साफ-सुथरी छवि के लोगों को वे चुनाव मैदान में उतारेंगे। उन्होंने कहा कि सपाक्स ने पार्टी के रुप में राजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया कर दी है।
पार्टी के पहले अध्यक्ष बने हीरालाल त्रिवेदी
हीरालाल त्रिवेदी अध्यक्ष, चार उपाध्यक्षों में डा। के।एल।साहू, डा। वीणा घाणेकर, राजीव खंडेलवाल, विजय वाते हैं। इंजीनियर पी।एस। परिहार को संयोजक बनाया गया है, जबकि सुरेश तिवारी को महासचिचव बनाया है। हरिओम गुप्ता को महासचिव कार्यालय,श्रीकांत घाणेकर को कोषाध्यक्ष, पी।के,मुंजरे को सह सचिव, अभिषेक सोनी को युवा अध्यक्ष, प्रमोद प्रसंग परिहार को युवा सचिव और प्रवीण तिवारी को युवा मीडिया प्रभारी का पद दिया है।
पार्टी का मुख्य उद्देश्य
त्रिवेदी ने बताया कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य किसानों का मुद्दा, भ्रष्टाचार, काला धन, आर्थिक संकट, गरीबी, नौकरियों का अकला, पूंजीवाद, शिक्षा में कुप्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाएं, कमजोर वर्ग और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकना। उन्होंने कहा कि पार्टी राष्ट्र की प्रगति, शांति और सुरक्षा के लिए समर्पित रहेगा।
भाजपा, कांग्रेस के लिए बनी मुसीबत
सपाक्स के पार्टी बनाने से प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, जिससे दोनों पार्टियों के राजनीतिक समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस पर इसका प्रभाव भले ही कम पड़े, लेकिन भाजपा पर इसका प्रभाव सबसे ज्यादा पड़ेगा, क्योंकि सपाक्स की सबसे ज्यादा नाराजगी भाजपा से ही है और उसका ही वोट बैंक सपाक्स अपनी ओर खींचेगी। एससी एसटी एक्ट में संशोधन के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दलितों के दवाब में केन्द्र सरकार द्वारा पलटना और प्रमोशन में आरक्षण पर हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देकर भाजपा ने सपाक्स की नाराजगी मोल ले ली है। सपाक्स की सबसे ज्यादा नाराजगी इन्हीं दो मुद़दों को लेकर है, जिस पर वह कतई झुकने को तैयार नहीं है।