मध्य प्रदेश विधानसभाः एमपी कांग्रेस प्रमुख और छिंदवाड़ा से विधायक कमलनाथ विपक्ष के नेता घोषित
By भाषा | Published: August 19, 2020 09:35 PM2020-08-19T21:35:31+5:302020-08-19T21:35:31+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बुधवार को 73 वर्षीय कमलनाथ को विधानसभा में विपक्ष का नेता घोषित किया। शर्मा ने बताया, विधानसभा सचिवालय को बुधवार को कांग्रेस से इस संबंध में एक पत्र मिला है।
भोपालः मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख और छिंदवाड़ा से विधायक कमलनाथ को बुधवार को औपचारिक तौर पर मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष का नेता घोषित किया गया।
मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने बुधवार को 73 वर्षीय कमलनाथ को विधानसभा में विपक्ष का नेता घोषित किया। शर्मा ने बताया, विधानसभा सचिवालय को बुधवार को कांग्रेस से इस संबंध में एक पत्र मिला है।
पत्र का तुरंत संज्ञान लेते हुए कमलनाथ को प्रदेश विधानसभा में विपक्ष का नेता घोषित किया गया है।’’ प्रदेश के गृहमंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को बधाई दी और कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि विपक्ष राज्य के विकास में जिम्मेदार और सकारात्मक भूमिका निभाएगा।’’
कमलनाथ मध्य प्रदेश में बहुत मेहनत कर रहे हैं : दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्हे उम्मीद नहीं थी कि कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के रुप में मध्यप्रदेश में इतनी मेहनत करेंगे। प्रदेश में आगामी उपचुनाव में कांग्रेस के रणनीति के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने मंगलवार रात को छिंदवाड़ा में पत्रकारों से कहा, ‘‘ कमलनाथ जी बहुत मेहनत कर रहे हैं और मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि कमलनाथ जी इतनी मेहनत मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के रूप में करेंगे। लोगों को यह भरोसा नहीं होता था कि कमलनाथ जी भोपाल में रह पायेंगे कि नहीं रह पायेंगे। लेकिन अपेक्षा से अधिक समय वो दे रहे हैं, खूब मेहनत कर रहे हैं। तबियत खराब हो जाती है, उसके बाद भी सब लोगों से मिल रहे हैं और हमें उनके नेतृत्व में पूरा विश्वास है।’’
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायकों पर तंज कसते हुए सिंह ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि पार्टी के साथ गद्दारी करने वालों को जनता सबक सिखायेगी और उप चुनाव में उन्हें हरा देगी। ’’ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश की सरकारी नौकरियाँ केवल मध्य प्रदेश के मूल निवासी युवाओं को देने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा, ‘‘चौहान को नकली घोषणा करने की आदत है।’’
उन्होंने कहा कि जब तक इस संबंध में गजट अधिसूचना जारी नहीं होती वह इस घोषणा पर भरोसा नहीं कर सकते।’’ वर्ष 1993 से 2003 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता सिंह ने कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होंने नियम बनाया था कि मध्य प्रदेश से 10 वीं और 12 वीं पास करने वाले युवाओं को प्रदेश में सरकारी नौकरी दी जायेगी। लेकिन भाजपा सरकार ने इस नियम को बदल दिया और अन्य प्रदेशों के युवाओं को मध्यप्रदेश में नौकरियाँ मिलने लगी।
सिंह ने कहा कि देश के उद्योगपति पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व पर भरोसा कर प्रदेश में निवेश कर रहे थे, लेकिन वे अब रुक गये हैं क्योंकि वर्तमान भाजपा सरकार पर वह भरोसा नहीं करते क्योंकि भाजपा ने 15 साल के शासन काल में कुछ नहीं किया।