MP Taja Khabar: मध्य प्रदेश में हुआ फ्लोर टेस्ट तो मशीन से नहीं हाथ उठाकर होगी वोटिंग, राज्यपाल ने CM कमलनाथ को पत्र लिखकर बताई वजह
By स्वाति सिंह | Published: March 16, 2020 08:55 AM2020-03-16T08:55:03+5:302020-03-16T08:55:03+5:30
मध्य प्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं इसपर संशय बरकरार है। बीजेपी कमर कस चुकी है। कमलनाथ ने देर रात राज्यपाल से बात की और कहा कि वह फ्लोर टेस्ट लिए स्पीकर से बात करेंगे। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट न हुआ तो वह राज्यपाल से विश्वास प्रस्ताव की मांग करेंगे।
मध्य प्रदेश का सियासी उठापटक घटने का नाम नहीं ले रहा। मध्य प्रदेश विधानसभा में सोमवार (16 मार्च) को फ्लोर टेस्ट होना है, लेकिन अभी तक संशय बरकरार है। इसी बीच प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र बताया है कि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को 'हाथों को ऊपर उठाने' की विधि से किया जाना चाहिए। साथ ही इस पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि बीजेपी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर बताया है कि विधानसभा में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम उपलब्ध नहीं है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं इसपर संशय बरकरार है। बीजेपी कमर कस चुकी है। कमलनाथ ने देर रात राज्यपाल से बात की और कहा कि वह फ्लोर टेस्ट लिए स्पीकर से बात करेंगे। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट न हुआ तो वह राज्यपाल से विश्वास प्रस्ताव की मांग करेंगे।
इसी बीच मध्य प्रदेश में राजनीतिक हालात अस्थिर बने हुए हैं। आज फ्लोर टेस्ट हो पाएगा या नहीं इस बात पर भी संशय बरकरार है। देर रात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं लेकिन बंधक बनाए गए विधायकों को छोड़ा जाए। इससे पहले मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट को उल्लेख नहीं किया गया। बीजेपी पूरा जो लगा रही है कि आज सदन में फ्लोर टेस्ट हो।
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने कहा था कि इस बारे में मैं पहले से कुछ तय नहीं करता। यह सवाल अंधेरे में तीर मारने जैसा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उसपर सोमवार सुबह ही फैसला लिया जाएगा। वहीं, रविवार देर रात तक राजधानी में भाजपा नेता लगातार यह दावा करते रहे कि फ्लोर टेस्ट में कमलनाथ सरकार गिर जाएगी। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी बीती रात से सरकार को बचाने की रणनीति तेज कर दी।
कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर लगातार बैठकें होते रही। इस दौरान रुक-रुक कर कई मर्तबा बैठक चला। इन बैठकों में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा सहित मंत्री भी शामिल रहे।
बता दें कि बैठकों के दौर के बीच राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य लगातार इस बात का दावा करते रहे कि सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत हासिल करेगी। राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा, वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, वन मंत्री उमंग सिंघार, खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित अन्य मंत्रियों ने यह दावा किया और कहा कि कमलनाथ सरकार पूरे पांच साल चलेगी।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मुख्यमंत्री निवास पर होने वाली बैठकों में शामिल हुए। वे रविवार को जयपुर से विधायकों के साथ सुबह ही भोपाल लौटे थे। विधायकों के साथ वे भी होटल में ही रुके थे, मगर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें भी बैठक के लिए बुलाया।
होटल से मुख्यमंत्री निवास के लिए रवाना होते हुए रावत ने मीडिया से कहा था कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। कांग्रेस बहुमत में हैं और सरकार बहुमत में है। हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं और भरोसा है कि इसमें जीत हमारी होगी। हम बेचैन नहीं है, भाजपा बेचैन है।
कांग्रेस के बाद भाजपा ने जारी की व्हीप
राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर फ्लोर टेस्ट कराकर विश्वास मत हासिल करने को कहने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपने विधायकों के लिए व्हीप जारी कर दी है। कांग्रेस द्वारा व्हीप शनिवार की रात को ही जारी कर दी गई थी। विधानसभा के बजट सत्र और राज्यसभा चुनाव में पार्टी विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है।
पार्टी ने कहा है कि व्हिप का उल्लंघन करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस द्वारा जारी व्हीप के बाद भाजपा ने भी आज अपने विधायकों के लिए व्हीप जारी कर दी है। भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने एक पत्र लिखकर अपने विधायकों के लिए विधानसभा के संपूर्ण सत्र में उपस्थित रहने और फ्लोर टेस्ट में भाजपा के पक्ष में मत देने की बात कही है।
कांग्रेस ने कहा जबरदस्ती बनवाए जा रहे हैं वीडियो
बागी विधायकों के वीडियो आने के बाद कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि बागी विधायकों से जबर्दस्ती ये वीडियो बनवाकर वायरल कराए जा रहे हैं। वीडियो की विस्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जफर ने कहा कि बागी विधायकों की ओर से इमरती देवी का भी वीडियो जारी किया गया। इस वीडियो में किसी और की भी आवाज सुनाई दे रही है।