मतगणना के पहले ही जोड़-तोड़ के आकलन में जुटीं सपाक्स-गोंगपा, बीजेपी-कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 8, 2018 08:00 AM2018-12-08T08:00:45+5:302018-12-08T08:00:45+5:30
गोंगपा के राष्ट्रीय संयोजक गुलजार सिंह मरकाम ने बताया कि हम लगातार मतगणना के बाद से हर विधानसभा क्षेत्र में अपनी कमियों को खोज रही है, साथ ही मजबूत पक्ष को भी तलाश रहे हैं।
मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस जहां जीत के दावों के साथ मतणगना के पहले प्रत्याशियों से चर्चा कर जीत हार का आकलन कर रहे हैं, वहीं एट्रोसिटी एक्ट के बाद राजनीतिक दल के रुप में उभरी सपाक्स और आदिवासियों का नेतृत्व करने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के साथ मजबूती और कमजोरी का आकलन शुरु कर दिया है। गोंगपा द्वारा गठबंधन की स्थिति में किसे समर्थन देना चाहिए इस पर भी विचार किया जाने लगा है।
राज्य में आदिवासियों का नेतृत्व करने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मतगणना के पहले अपने प्रत्याशियों के साथ बैठक कर चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को कहां किस तरह की कमियों का सामना करना पड़ा और कहां पर वे कितने मजबूत हुए, इस बात पर मंथन किया जा रहा है। गोंगपा द्वारा कल 8 दिसंबर को जबलपुर में एक बैठक भी आयोजित की जा रही है।
इस बैठक में 31 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों को बुलवाया गया है। हालांकि गोंगपा ने प्रदेश में 73 स्थानों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे,लेकिन कल की बैठक में गोंगपा ने देवसर, मैहर, शहपुरा, डिंडोरी, मंडला, बिछिया,निवास, लखनादौन, केवलारी, जुन्नारदेव, बैहर, लांजी, गोटेगांव, अमरवाड़ा, अमला भैंसदेही, खातेगांव, गंधवानी, सिहोरा, बरगी, सिलवानी, परासिया,पवई, देवरी, सिलवानी, मंधाता, परासिया,भोजपुर, सहित टिमरनी और सिवनी मालवा के प्रत्याशियों को बुलाया है।
गोंगपा के राष्ट्रीय संयोजक गुलजार सिंह मरकाम ने बताया कि हम लगातार मतगणना के बाद से हर विधानसभा क्षेत्र में अपनी कमियों को खोज रही है, साथ ही मजबूत पक्ष को भी तलाश रहे हैं। कल होने वाली बैठक में हम इस बात का भी फैसला लेंगे कि 11 दिसंबर को मतगणना के बाद अगर हमारे पक्ष में अच्छे परिणाम आए तो हमें आगे कौन सा कदम उठाना है।
राज्य में अगर गठबंधन की सरकार बनती है तो हमें किस पक्ष को चुनना है। इस बात पर भी कल की बैठक में विचार किया जाएगा।