सीएम शिवराज पर वीडियो को लेकर हंगामा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर FIR
By शिवअनुराग पटैरया | Updated: June 15, 2020 19:21 IST2020-06-15T19:21:46+5:302020-06-15T19:21:46+5:30
वीडियो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान को शराब पीने वकालत करते हुए दिखाया गया है, जबकि ओरिजनल वीडियो शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार दौरान जारी किया था. इस वीडियो में शिवराज सिंह कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति की आलोचना करते हुए तंज कस रहे हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराए जाने की निंदा की है. (file photo)
भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के वायरल वीडियो के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भाजपा द्वारा दर्ज कराई एफआईआर पर सियासत तेज हो गई.
इस वीडियो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान को शराब पीने वकालत करते हुए दिखाया गया है, जबकि ओरिजनल वीडियो शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार दौरान जारी किया था. इस वीडियो में शिवराज सिंह कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति की आलोचना करते हुए तंज कस रहे हैं.
एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कहा कि भाजपा और मोदी, शाह के भक्त राहुल गांधी को लेकर लगातार वीडियो एडिट करके चलाते हैं. इस पर भी कोई कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैंने बुधनी में आदिवासियों से एक फायनेंस कंपनी के द्वारा साढ़े चार करोड़ रुपए ठगने के मामले में मैंने शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा था और कहा था कि इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो आपके बंगले के सामने धरने पर बैठूंगा. शायद यही वजह है कि भाजपा और मुख्यमंत्री तिलमिलाए हुए हैं. क्योंकि आदिवासियों के ठगने वाले शिवराज के करीबी हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराए जाने की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दर्ज हुए प्रकरण की कड़ी निंदा करता हूं. सरकारें आती जाती रहती है, लेकिन भाजपा प्रदेश में एक गलत परंपरा को जन्म दे रही है.
भाजपा से जुड़े लोग कांग्रेस के नेताओ के खिलाफ निरंतर डर्टी पालिटिक्स कर उनकी छवि बिगाड़ने का काम करते है, वो एक वायरल वीडिओ पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ झूठी शिकायत कर रहे है. यदि कोई वीडिओ एडिटेड है तो कार्रवाई एडिटेड वीडिओ बनाने वाले के खिलाफ होनी चाहिए, लेकिन दिग्विजय सिंह पर कार्यवाही समझ के परे है?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ने इस मुद्दे पर कहा कि भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर प्रकरण दर्ज कराने का यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सुंदरलाल पटवा, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के द्वारा भी दिग्विजय सिंह पर केस दर्ज कराये गये और मुंह की खाना पड़ी.