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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में किसान ने की आत्महत्या, कांग्रेस ने कहा- सिर्फ दे रहे हैं कोरे आश्वासन

By शिवअनुराग पटैरया | Updated: September 3, 2020 13:33 IST

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में किसान द्बारा आत्महत्या करने पर पूर्व मुख्यमंत्री द्बारा कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने तल्ख टिप्पणियां करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घूम-घूमकर निरीक्षण कर सिर्फ कोरे आश्वासन थमा रहे हैं, राहत नहीं.

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ठळक मुद्देकिसान के खेत में लगी 10 एकड़ की सोयाबीन फसल खराब हो गई थी. इसको लेकर वह परेशान था. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में एक किसान ने फसल खराब होने पर आत्महत्या कर ली.कांग्रेस के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के आरोपों का ट्रवीटर पर ही जबाव देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि क्या झूठ और भ्रम ही कांग्रेस की राजनीति है.

भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में एक 60 वर्षीय किसान बाबूलाल ने खेत पर फांसी से लटक कर आत्महत्या कर ली. किसान पर सोयाबीन की फसल के खराब होने से परेशान था.

बताया जा रहा है कि किसान के खेत में लगी 10 एकड़ की सोयाबीन फसल खराब हो गई थी. इसको लेकर वह परेशान था. इसी के चलते उसने खेत पर लगे एक पेड़ पर लटककर बीते दिन आत्महत्या कर ली.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में किसान द्बारा आत्महत्या करने पर पूर्व मुख्यमंत्री द्बारा कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने तल्ख टिप्पणियां करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घूम-घूमकर निरीक्षण कर सिर्फ कोरे आश्वासन थमा रहे हैं, राहत नहीं.

प्रदेश के बडे़ हिस्से में पूर्व में ही सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में एक किसान ने फसल खराब होने पर आत्महत्या कर ली. प्रदेश के बडे़ हिस्से में पूर्व में ही सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है और अब अतिवर्षा व बाढ़ से भी करीब 15 लाख हेक्टर फसल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित विभिन्नजिलों में खराब हुई है. कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि  मुख्यमंत्री घूम-घूम कर निरीक्षण कर सिर्फ कोरे आश्वासन थमा रहे है, राहत नही. आज किसान राहत की मांग कर रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने इसी मुददे पर ट्वीट कर कहा है कि सीएम के गृह जिले में किसान ने की आत्महत्या पूरा जिला प्रशासन मामा की सेवा में लगा है ना किसानों का सर्वे हो रहा है ओर ना मुआवजा मिल रहा है. बीमा की तो उम्मीद ही छोड़ दो क्योंकि मामा और उसके कृषि मंत्री में कंपनियों से कमीशन को लेकर विवाद चल रहा है.

कांग्रेस के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के आरोपों का ट्रवीटर पर ही जबाव देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि क्या झूठ और भ्रम ही कांग्रेस की राजनीति है. आत्महत्या करने वाला किसान  बाबूलाल लंबे समय से बीमार से परेशान था और उसके कई आपरेशन हो चुके थे. उनका मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था. उन पर ना कोई कोई कर्ज था ना फसल खराब हुई थी. उनकी मृत्यु पर आपकी यह संवेदनहीन राजनीति क्या आपको शोभा देती है.

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