मध्य प्रदेश: सिंधिया और इमरती देवी के बाद एक टीआई के वायरल ऑडियो विवाद ने पकड़ा तूल, कांग्रेस हमलावर
By शिवअनुराग पटैरया | Published: June 13, 2020 02:53 PM2020-06-13T14:53:47+5:302020-06-13T14:53:47+5:30
मध्य प्रदेश में इन दिनों वायरल ऑडियो और वीडियो ने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इन सबके बीच कांग्रेस हमलावर है और कह रही है ये ही भाजपा की चाल और चरित्र बता रहे हैं.
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों ऑडियो और वीडियो के वायरल होने का दौर है. इससे भाजपा की परेशानियां बढ़ रही हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऑडियो और वीडियो के वायरल होंने के बाद अब पूर्व मंत्री इमरती देवी और एक टीआई के ऑडियो वायरल हो रहे हैं. इन्हे लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है.
पूर्व महिला कल्याण मंत्री इमरती देवी वायरल ऑडियो में अपने एक पूर्व समर्थक धर्मेन्द्र बघेल को ट्रांसफार्मर और ट्यूबबेल लगाने के मुद्दे पर आंख फोड़ने की धमकी देते हुए सुनाई दे रही हैं. संवाददाताओं ने जब इमरती देवी कथित ऑडियो के बारे में बातचीत की तो उन्होंने कहा कि धर्मेन्द्र बघेल बदतमीजी कर रहा था. आंख फोड़ने की बात मैंने नहीं उसने की थी.
थाना प्रभारी के वायरल ऑडियो पर विवाद
मध्यप्रदेश में जो दूसरा ऑडियो वायरल हो रहा है. उसमें भिंड जिले में टीआई राजकुमार शर्मा को एक पूर्व विधायक से बातचीत करते हुए बताया गया है. इस बातचीत में टीआई शर्मा से जब पूर्व विधायक पूछता है कि वह दतिया क्यों तबादला नहीं करा लेते? इस पर शर्मा कहते हैं कि मंत्री (गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा) की कथनी करनी में अंतर है.
इसके बाद टीआई यह कहते हुए सुनाई देते हैं कि महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया मुझे लहार (पूर्व मंत्री डा. गोविन्द सिंह के क्षेत्र) ले जा रहे हैं. इस पर ऑडियो में बातचीत करते हुए व्यक्ति पूछते हैं कि गोविन्द सिंह के खिलाफ महाराज ले जा रहे हैं. इसके बाद ऑडियो कॉल में दूसरी बातें होंने लगती हैं.
इन दोनों ही ऑडियो के वायरल होंने के बाद कांग्रेस हमलवार हो गई है. टीआई के ऑडियो में उल्लेखित पूर्वमंत्री डा. गोविन्द सिंह कहते हैं कि ऑडियो की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
उन्होंने इस बारे में महानिदेशक पुलिस विवेक जौहरी को भी पत्र लिखा है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना कहते हैं कि वायरल हो रहे ऑडियो और वीडियो भाजपा की चाल और चरित्र बता रहे हैं. हम इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएंगे.