लाइव न्यूज़ :

संयुक्त विपक्ष की रूपरेखा लीक, 14 राज्यों में करना चाहते हैं महागठबंधन, 400 सीटों पर है फोकस

By खबरीलाल जनार्दन | Updated: July 23, 2018 01:55 IST

कर्नाटक में कांग्रेस से जेडीएस के गठबंधन का आधार हिल रहा है। ऐसे में क्या महागठबंधन की राह आसान है?

Open in App

नई दिल्ली, 16 जुलाईः लोकसभा चुनाव 2019 बेहद रोचक होने जा रहे हैं। एक ओर कांग्रेस अपनी एड़ी-चोटी का दम लगाकर इस चुनाव को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बनाम संयुक्त विपक्ष कराना चाहती है, तो दूसरी ओर बीजेपी संपर्क से समर्थन में ऐसे लोगों को साधने में लगी है जो बीजेपी के समर्थन में आ सकते हैं या उदासीन हैं।

इसमें सबसे ज्यादा जिज्ञासा संयुक्त विपक्ष को लेकर बनी हुई है। क्‍या चुनाव से पहले महागठबंधन होगा? हुआ तो किस राज्य में कौन चुनाव लड़ेगा? महागठबंधन का नेतृत्व कौन सी पार्टी करेगी? क्या कोई इसका नेता होगा? जीतने पर प्रधानमंत्री और हारने पर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? छन-छन कर अब इन सवालों के जवाब मीडिया में आने लगे हैं।

जानकारी के अनुसार संयुक्त विपक्ष का कॉन्सेप्ट पूरे भारत में प्रभावी नहीं होगा। संयुक्त विपक्ष के लिए केवल 14 प्रमुख राज्यों में जुगत की जा रही है। इसमें कांग्रेस ही सबसे ज्यादा सक्रिय है। हालांकि राज्यों की कई महत्वपूर्ण पार्टियों से उसे अच्छा सहयोग मिल रहा है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा में ही महागठबंधन का नक्‍शा तैयार किया जा रहा है। बाकी के 15 राज्यों पर संयुक्त विपक्ष फिलहाल रणनीति नहीं बिठा रहा।

लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेशों में सीटें
प्रदेशलोकसभा सीटें
उत्तर प्रदेश80
महाराष्ट्र48
पश्चिम बंगाल42
आंध्र प्रदेश42
बिहार40
मध्य प्रदेश29
कर्नाटक28
गुजरात26
राजस्थान25
झारखंड14
पंजाब13
छत्तीसगढ़11
हरियाणा10
उत्तराखंड5

कांग्रेस व अन्य दल इन्हीं 14 राज्यों और करीब 400 सीटों पर बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की जुगत में है। बाकी के 15 राज्यों और उनकी 143 सीटों पर कांग्रेस व अन्य दल परंपरागत गत तरीके से चुनाव लड़ना चाहते हैं।

बीजेपी को हो गया है एहसास

बीजेपी की वर्तमान तैयारियों से ऐसा महसूस होता है कि संयुक्त विपक्ष की तैयारियों को बीजेपी भांप गई है। इसलिए बीजेपी पूरे दमखम के साथ पूर्वोत्तर के आठों राज्यों, सिक्कम, असम, अरुणांचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड की 25 सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है। क्योंकि संयुक्त विपक्ष यहां जोर-आजमाइश के मूड में नहीं दिख रहा है। हाल ही में त्रिपुरा समेत नॉर्थईस्ट के अन्य राज्यों बीजेपी की जीत को लेकर बीजेपी उत्साहित है। 

क्या ये 65 सीटें किसी से शेयर करेंगी कांग्रेस

आज भी भारत के छह प्रमुख राज्य ऐसे हैं जहां बीजेपी कांग्रेस के आलवा कोई दूसरी पार्टी ही नहीं है। मसलन अभी तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्‍थान। इन तीनों में ही बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर है। बीएसपी और एसपी यहां विधानसभा की एकाध सीटें ही निकाल पाती हैं। जब लोकसभा की बात करते हैं, तो मध्य प्रदेश की 29, छत्तीसगढ़ की 11 और राजस्‍थान की 25 सीटों पर कांग्रेस नहीं चाहेगी कि कोई संयुक्त विपक्ष से कोई दूसरा दल यहां टिकट मांगे।

यूपी की सबसे बड़ी भूमिका, दीदी भी अभी तैयार नहीं

महागठबंधन में सबसे भूमिका में उत्तर प्रदेश उभर कर सामने आ रहा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों (80 सीट) वाला प्रदेश है। और हाल ही में गोरखपुर, फूलपुर, नूरपुर, कैराना में बीजेपी को हराने का फॉर्मूला भी तैयार हो गया है। इसलिए यहां टिकट बंटवारे को लेकर थोड़ी जद्दोजहद बनी हुई है।

BJP की लोकसभा चुनाव 2019 की रणनीति लीक, इन 7 प्रदेशों में झोंकने जा रही है पूरी ताकत

जानकारी के अनुसार बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और समाजवादी पार्टी (एसपी) 40-40 सीटें चाहते थे। लेकिन पिछले चुनाव में बीएसपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। जबकि एसपी महज पांच सीटों सिमट गई थी। और कांग्रेस ने भी 2 सीटें जीती थीं। इसलिए कांग्रेस को यूपी से पूरी तरह बाहर नहीं किया जा सकता। सर्ववि‌दित है कि राहुल गांधी की अमेठी और सोनिया गांधी की रायबरेली पेटेंट सीटें हैं। ऐसे में यह फॉर्मूला निकाला जा रहा है समाजवादी पार्टी 30, बहुजन समाज पार्टी 30 कांग्रेस 10 और दूसरे महागठबंधन में आने वाले दलों के लिए 10 सीटें दी जाएंगी।

तीन और बड़े प्रदेशों से मिल रहे हैं हार के संकेत, घबराई बीजेपी का बनाया 'मास्टर प्लान' हो गया लीक

इसके अलावा अभी पश्चिम बंगाल को लेकर भी कोई अंतिम फॉर्मूला तय नहीं हो पा रहा है। क्योंकि ममता बनर्जी अभी किसी तीसरे मोर्चा की ताक में हैं। उन्होंने तेलंगना के मुख्यमंत्री से इस बाबत मुलाकात भी की थी। आज भी आंध्र प्रदेश की प्रमुख पार्टी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) की मुलकाता द्र‌विण मुणनेत्र कणगम (द्रमुक) व अन्नाद्रमुक और साथ ही जनता दल सेक्यूलर के नेताओं से मुलाकात होने की संभावना है। क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस गठबंधन कुमारस्वामी को रुला  दे रहा है।

टॅग्स :लोकसभा चुनावकांग्रेससमाजवादी पार्टीबहुजन समाज पार्टी (बसपा)
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारतबिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर एक बार फिर शुरू हो गया है 'एकला चलो' की रणनीति पर गंभीर मंथन

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा