किसान आंदोलन पर ट्वीटः राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न देने को बताया गलत, खड़े किए सवाल
By एस पी सिन्हा | Updated: February 5, 2021 17:04 IST2021-02-05T17:03:07+5:302021-02-05T17:04:23+5:30
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से लाए गए तीनों कृषि कानूनों को विपक्षी दल ‘‘काला कानून’’ बता रहे हैं लेकिन अभी तक किसी ने यह नहीं बताया कि आखिर इन कानूनों में ‘‘काला’’ क्या है ?

सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है तो उन्हें अपनी गरिमा बनाकर रखनी चाहिए. (file photo)
पटनाः किसान आंदोलन से जुडे़ सचिन तेंदुलकर के एक ट्वीट के बाद बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है.
सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर द्वारा किये गए ट्वीट के बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अपने एक बयान में सचिन को भारत रत्न दिए जाने की बात पर ही सवाल खडे़ कर दिए हैं. उन्होंने सचिन के बयान पर सख्त ऐतराज जताया है.
शिवानंद तिवारी ने सचिन की आलोचना करते हुए यहां तक कह डाला कि उन्हें भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था. ऐसे लोगों को भारत रत्न देने से इस सम्मान का अपमान हो रहा है. शिवानंद तिवारी ने कहा कि देश में जो किसान आंदोलन चल रहा है, उसे लेकर ट्विटर पर राजनीति शुरू हो गई है. सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है तो उन्हें अपनी गरिमा बनाकर रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस शख्स को भारत रत्न दिया गया है वह तरह तरह के उत्पादों का प्रचार करता है और मॉडल बन गया है जो कि भारत रत्न का अपमान है.
India’s sovereignty cannot be compromised. External forces can be spectators but not participants.
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 3, 2021
Indians know India and should decide for India. Let's remain united as a nation.#IndiaTogether#IndiaAgainstPropaganda
किसानों को ट्वीट की राजनीति नहीं आती
उन्होंने कहा कि किसानों को ट्वीट की राजनीति नहीं आती. उन्हें ग्रेटा थनबर्ग और सिंगर रिहाना के बारे में नहीं मालूम. अब उनके ट्वीट के जवाब में भारत रत्न सचिन तेंदुलकर का उतरना देश के लिए अपमान की बात है. राजद नेता ने यह भी कहा कि सचिन तेंदुलकर को जब भारत रत्न दिया गया था तब भी उन्होंने पुरजोर ढंग से इसका विरोध किया था. उन्होंने कहा कि सचिन जैसे लोगों से बयान दिलवाकर सरकार क्या चाहती है कि दुनिया अपनी आंखों पर पट्टी बांध ले.
उन्होंने कहा कि अब सोशल मीडिया का जमाना है, किसी के रोकने से अब कोई नहीं रुकने वाला है, दुनिया काफी आगे बढ़ चुकी है. शिवानंद तिवारी बोले कि जिन विदेशियों ने भी भारत में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया है, उन्हें साजिश बताते हुए अपना बचाव में सरकार ने सचिन तेंदुलकर को उतार दिया है.
तिवारी ने कहा कि सचिन को भारत रत्न दिये जाने के फैसले के वक्त भी उन्होंने सवाल खडे़ किए थे
तिवारी ने कहा कि सचिन को भारत रत्न दिये जाने के फैसले के वक्त भी उन्होंने सवाल खडे़ किए थे. हालांकि लालू की पार्टी राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी शिवानंद के बयान का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि सचिन को खेल के क्षेत्र में बेहतर करने के लिए सम्मान दिया गया. यह जरूरी नहीं कि उन्हें हर क्षेत्र में उतनी ही समझ हो.
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने सचिन पर हमला बोला तो जदयू सचिन के समर्थन में उतर आई. जदयू नेता मधु सिन्हा ने कहा कि राजद नेता ने जिस तरह से विदेशी सेलीब्रेटीज के साथ खडे होकर देश का अपमान कर रहे हैं. उससे वह कहीं न कहीं लोगों को राजद के अराजक चेहरे से परिचित करा रहे हैं.
सचिन के बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं नजर आया
उन्होंने कहा कि विदेशी सिलेब्रिटीज का सम्मान और करोड़ों दिलों पर राज करने वाले भारत रत्न सचिन तेंदुलकर का अपमान, ऐसा कृत्य केवल राजद के नेता ही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंदुलकर के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया है उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. हमें सचिन के बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं नजर आया.
उन्होंने किसानों के विरोध में भी कोई बात नहीं कही है. इसके बावजूद राजद को उनके इस ट्वीट पर किस बात की आपत्ति है, यह समझना जरा मुश्किल हो रहा है. मधू सिन्हा ने बयान जारी कर कहा कि शिवानंद तिवारी हमेशा निरर्थक और निरुद्देश्य बातें करते रहते हैं. उनकी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता लेकिन इस बार दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों के चहेते भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के बारे में उनका बयान सीधे-सीधे राष्ट्रीय अस्मिता और स्वाभिमान पर कुठाराघात है.