Jharkhand LOGO: नए प्रतीक चिह्न को मंजूरी, 15 अगस्त से लागू होगा, जानिए पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Updated: July 23, 2020 17:48 IST2020-07-23T17:48:34+5:302020-07-23T17:48:34+5:30
वृत्तीय आकार के प्रतीक चिह्न में सबसे पहले बाहर की तरफ गोलाई में झारखंड सरकार लिखा है. इसके बाद हाथी है. फिर पलाश के फूल हैं. इसके बाद सौरा चित्रकारी दिखाई देगी. वृत के मध्य में अशोक स्तंभ है.

झारखंड की हरी-भरी धरती और वन संपदा को प्रतिबिंबित करता है. (file photo)
रांचीः झारखंड में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई आज कैबिनेट की बैठक में झारखंड सरकार के नए प्रतीक चिह्न को मंजूरी दी गई है. नया राज्य चिन्ह का विन्यास वृत्ताकार है जो राज्य की प्रगति का प्रतीक है.
वृत्तीय आकार के प्रतीक चिह्न में सबसे पहले बाहर की तरफ गोलाई में झारखंड सरकार लिखा है. इसके बाद हाथी है. फिर पलाश के फूल हैं. इसके बाद सौरा चित्रकारी दिखाई देगी. वृत के मध्य में अशोक स्तंभ है. कैबिनेट सचिव अजय कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से लॉकडाउन के संबंध में समय-समय पर दिशा-निर्देश लागू किए जा रहे हैं. देखा जा रहा है कि लोग इसके अनुपालन में लापरवाही बरत रहे हैं, लेकिन राज्य में इस विषय से संबंधित दंड के लिए कोई एक्ट नहीं होने के कारण सरकार सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है.
दूसरी ओर कोरोना का संक्रमण बढता जा रहा है. अब ऐसा नहीं होगा. अधिसूचना जारी होते ही झारखंड संक्रामक रोग अध्यादेश-2020 लागू हो जाएगा. इसके बाद मास्क नहीं पहनने, सामाजिक दूरी का उल्लंघन कर भीड लगाने एवं लॉकडाउन के अन्य प्रावधानों की अवहेलना करने वालों को दो साल तक की जेल की सजा हो सकती है. एक लाख रुपये तक का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.
वहीं, कैबिनेट के निर्णय के अनुसार 10वीं के जैक, सीबीएसई और एआईएसएससी हरेक बोर्ड के प्रथम टॉपर को एक लाख, द्वितीय टॉपर को 75 हजार और तृतीय टॉपर को 50 हजार रुपये नगद इनाम दिया जाएगा.
इसी प्रकार 12वीं बोर्ड के साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स हरेक संकायों में तीनों बोर्ड के प्रथम टॉपर को तीन लाख, द्वितीय को दो लाख और तृतीय टॉपर को एक-एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. टॉपर श्रेणी में समान अंक वालों की संख्या एक से अधिक हो सकती है. इसके साथ हीं कैबिनेट के बैठक में कई और अहम फैसले लिये गये हैं.
नए प्रतीक चिन्ह की विशेषता यह है कि--
हरा रंग : झारखंड की हरी-भरी धरती और वन संपदा को प्रतिबिंबित करता है.
हाथी : राज्य के ऐश्वर्य और प्रचूर प्राकृतिक संसाधनों और समृद्धि को दर्शाता है.
पलाश का फूल : प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है.
सौरा चित्रकारी : राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करता है.
अशोक स्तंभ : राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न होने के साथ ही उपबंधित शक्तियों के साथ राज्य की संप्रभुता शक्ति का द्योतक है और देश के विकास में झारखंड की भागीदारी को भी प्रदर्शित करता है. वहीं,