उत्तर प्रदेश राज्यसभा उपचुनावः निर्विरोध चुने गए भाजपा उम्मीदवार जय प्रकाश निषाद, 2022 तक कार्यकाल
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 17, 2020 19:36 IST2020-08-17T16:14:04+5:302020-08-17T19:36:22+5:30
निषाद के नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप सिंह शाही, स्वामी प्रसाद मौर्य और नन्द गोपाल गुप्ता नंदी भी उपस्थित थे।

भाजपा में गोरखपुर क्षेत्र के उपाध्यक्ष जयप्रकाश निषाद के नामांकन के समय सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद थे। (photo-ani)
लखनऊः उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश निषाद निर्विरोध चुने गए। 13 अगस्त को नामांकन किया था। किसी और दल ने प्रत्याशी नहीं खड़ा किया।
निषाद के नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप सिंह शाही, स्वामी प्रसाद मौर्य और नन्द गोपाल गुप्ता नंदी भी उपस्थित थे। राज्यसभा की यह सीट सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के कारण रिक्त हुई है।
भाजपा उम्मीदवार जय प्रकाश निषाद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए सोमवार को निर्विरोध चुन लिये गये। राज्य में सपा नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन से रिक्त हुई राज्यसभा सीट पर भाजपा के निषाद को निर्विरोध चुना गया।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया कि निषाद को निर्वाचन अधिकारी ने प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। दीक्षित ने बताया कि निषाद का निर्विरोध चुना जाना तय था क्योंकि कोई दूसरा उम्मीदवार मैदान में नहीं था। राज्यसभा की यह सीट सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के कारण रिक्त हुई थी। वर्मा का कार्यकाल चार जुलाई 2022 तक था।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निषाद के निर्विरोध चुने जाने पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
बसपा की सरकार में राज्य मंत्री रहे निषाद दो साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे
बसपा की सरकार में राज्य मंत्री रहे निषाद दो साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने पिछले सप्ताह मंगलवार को उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया था। भाजपा प्रत्याशी की निर्विरोध जीत तय थी। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 306 विधायक हैं। उसके बाद सपा के 48, बसपा के 18, अपना दल (सोनेलाल) के नौ, कांग्रेस के सात, सुलेहदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, तीन निर्दलीय और राष्ट्रीय लोकदल तथा निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के एक—एक विधायक हैं।
बसपा की सरकार में राज्य मंत्री रहे निषाद दो साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने मंगलवार को उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया था। उनके खिलाफ किसी ने भी अपना नामांकन दाखिल नहीं किया था। भाजपा में गोरखपुर क्षेत्र के उपाध्यक्ष जयप्रकाश निषाद के नामांकन के समय सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ मौजूद थे।
विधानभवन में सोमवार को निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दुबे ने राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित जयप्रकाश निषाद को प्रमाण पत्र सौंपा। भाजपा के प्रत्याशी जयप्रकाश निषाद के नामांकन पत्र की 13 को ही जांच भी की गई थी। राज्यसभा उपचुनाव में नाम वापसी की तिथि आज यानी 17 अगस्त थी। उनके खिलाफ अन्य किसी उम्मीदवार के नामांकन न करने पर उनको निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंप दिया गया।
जयप्रकाश निषाद ने राज्यसभा प्रत्याशी निर्वाचित होने पर भाजपा नेतृत्व का आभार जताते हुए पार्टी की नीतियों के प्रसार और संगठन की मजबूती के लिए पूरी निष्ठा व क्षमता से काम करने की बात कही। उनका कहना था कि भाजपा में ही समाज के सभी वर्गोें के हित सुरक्षित हैं। उनके निर्विरोध राज्यसभा सदस्य चुने जाने पर सोमवार को लखनऊ के वीआईपी गेस्ट हाउस में उनका स्वागत भी किया गया।
Jai Prakash Nishad, BJP candidate for the by-election to a Rajya Sabha seat from Uttar Pradesh, elected unopposed. pic.twitter.com/3aFgF8l27F
— ANI UP (@ANINewsUP) August 17, 2020
इनपुट भाषा