यह मेरी हत्या करने की साजिश थी, टीएमसी नेतृत्व पिछले कुछ महीनों से मुझे मारने की योजना बना रहा हैः अर्जुन सिंह
By भाषा | Published: September 4, 2019 01:50 PM2019-09-04T13:50:04+5:302019-09-04T13:50:04+5:30
सिंह ने यहां एक अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कहा, ‘‘रविवार को इस काम को अंजाम देने के लिए पुलिस अधिकारियों ने टीएमसी के गुर्गे के रूप में काम किया। ईश्वर की कृपा से, मैं किसी तरह बच गया
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के कांकीनाडा में भड़की हिंसा के दौरान घायल हुए भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया।
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी हत्या करने की साजिश थी। टीएमसी नेतृत्व पिछले कुछ महीनों से मुझे मारने की योजना बना रहा है।’’ सिंह ने यहां एक अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कहा, ‘‘रविवार को इस काम को अंजाम देने के लिए पुलिस अधिकारियों ने टीएमसी के गुर्गे के रूप में काम किया। ईश्वर की कृपा से, मैं किसी तरह बच गया।’’
जिले के श्यामनगर में कुछ दिन पहले एक पार्टी कार्यालय पर कब्जा करने को लेकर इलाके में हिंसा भड़क गई थी।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल अस्पताल में भर्ती भाजपा सांसद को देखने गए
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह को देखने गए जो यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इसके साथ ही राज्यपाल ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता भी व्यक्त की।
सिंह को रविवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में झड़प के दौरान सिर में चोटें आई थीं और वह अस्पताल में भर्ती हैं। सांसद ने दावा किया कि बैरकपुर के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने उन पर हमला किया जिससे उनके सिर में चोट आई। वह उस समय अपने समर्थकों के साथ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी कार्यालय पर कथित रूप से कब्जा करने के खिलाफ जिले के कांकीनारा में ‘‘शांतिपूर्ण तरीके प्रदर्शन’’ कर रहे थे।
धनखड़ ने सिंह से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि ‘‘सभी लोग अनुशासित तरीके से कार्य करें’’, एक प्रणाली अवश्य होनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि वह दिल्ली में थे और अर्जुन सिंह से मिलने के लिए अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी क्योंकि यहां गंभीर घटना हुई है।
उन्होंने इस घटना को लेकर चिंता जतायी। राज्यपाल के रूप में शपथ लेने के बाद उन्होंने पहली बार राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी हिंसा को देखकर दुख होता है। जब शिक्षकों, डॉक्टरों, वकीलों और पत्रकारों को कुछ होता है तो मुझे दुख होता है।’’ लोकसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा की कई घटनाएं हुयी हैं।