लद्दाख में शहादत पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार से पूछा, 'जवानों को निहत्थे क्यों भेजा गया, कौन जिम्मेदार है'
By भाषा | Published: June 18, 2020 01:02 PM2020-06-18T13:02:31+5:302020-06-18T13:05:55+5:30
राहुल गांधी पिछले कई दिनों से भारत-चीन सीमा को लेकर सवाल उठाते रहे हैं और सरकार पर हमला भी बोला है। इसी कड़ी में उन्होंने एक बार फिर पूछा है कि आखिर सैनिकों को निहत्थे क्यों भेजा गया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर लद्दाख की गलवान घाटी में हुई घटना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। भारत के 20 जवानों की शहादत पर राहुल गांधी ने सवाल किया 'आखिर सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया'। साथ ही राहुल ने सवाल किया कि 'चीन की हिम्मत कैसे हुई कि उसने हमारे निहत्थे सैनिकों की हत्या की?' राहुल ने पूछा कि इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार है।
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘चीन ने शस्त्रहीन भारतीय सैनिकों की हत्या करके बहुत बड़ा अपराध किया हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि इन वीरों को बिना हथियार के खतरे की ओर किसने भेजा? क्यों भेजा? कौन जिम्मेदार है?’
कौन ज़िम्मेदार है? pic.twitter.com/UsRSWV6mKs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2020
इससे पहले गांधी ने एक पूर्व सैन्य अधिकारी के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘चीन की हिम्मत कैसे हुई कि उसने हमारे निहत्थे सैनिकों की हत्या की? हमारे सैनिकों को शहीद होने के लिए निहत्थे क्यों भेजा गया?’
राहुल गांधी पिछले कई दिनों से लगातार चीन के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस नेता ने बुधवार को भी इस मामले पर सवाल किया था, ‘प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं? वह छिपे हुए क्यों हैं? अब बहुत हो चुका। हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या हुआ है।’
उन्होंने कहा था, ‘हमारे सैनिकों की हत्या करने की चीन की हिम्मत कैसे हुई? हमारी भूमि पर कब्जा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’ राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस ट्वीट को लेकर भी निशाना साधा था जिसमें उन्होंने इस घटना पर दुख जताया था। राहुल ने पूछा कि राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में चीन का जिक्र क्यों नहीं किया और सरकार को कुछ भी कहने में दो दिन क्यों लग गए।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए हैं। इसके बाद से दोनों देशों की सीमा पर तनाव है।