थरूर के बयान पर भड़के गिरिराज सिंह, कहा- ये हिन्दुस्तान है, अगर पाकिस्तान होता तो जुबान को चुप कर दिया गया होता
By रामदीप मिश्रा | Updated: October 28, 2018 19:47 IST2018-10-28T19:47:47+5:302018-10-28T19:47:47+5:30
शशि थरूर ने कहा था कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के एक सूत्र ने एक पत्रकार को कहा कि मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं जिसे आप अपने हाथ से न तो हटा सकते हो और न ही चप्पल से मार सकते हो।

थरूर के बयान पर भड़के गिरिराज सिंह, कहा- ये हिन्दुस्तान है, अगर पाकिस्तान होता तो जुबान को चुप कर दिया गया होता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। साथ ही साथ रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से मांफी मांगने की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'ये हिन्दुस्तान है, अगर पाकिस्तान होता तो शशि थरूर की जुबान को चुप कर दिया गया होता। उन्होंने पीएम की अपमान नहीं किया, करोड़ों हिन्दुओं और भगवान शिव को अपमानित किया है। मैं इतना ही कहूंगा कि हद की सीमा पार कर रही है अब कांग्रेस।'
Yeh Hindustan hai, agar Pakistan hota toh #ShashiTharoor ki zubaan ko chupp kar diya gaya hota. Unhone PM ka apmaan nahi kiya, croreon Hinduon aur bhagwan Shiv ko apmanit kiya hai. Main itna hi kahunga ki hadd ki seema paar kar rahi hai ab Congress: Union Minister Giriraj Singh pic.twitter.com/B11FujWmF6
— ANI (@ANI) October 28, 2018
वहीं रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'खुद को शिव भक्त बताने वाले राहुल गांधी को थरूर द्वारा भगवान महादेव को लेकर कई गई शर्मनाक टिप्पणी और निंदा करने के लिए माफी मांगना चाहिए।'
आपको बता दें कि शशि थरूर ने कहा था कि आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के एक सूत्र ने एक पत्रकार को कहा कि मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं जिसे आप अपने हाथ से न तो हटा सकते हो और न ही चप्पल से मार सकते हो। उन्होंने ये बयान शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल में दिया था।
यह पहला मौका नहीं था जब शशि थरूर ने पीएम मोदी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की। इससे पहले भी उन्होंने यह कहकर नये विवाद को जन्म दे दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी यात्राओं के दौरान ‘‘अजीब सी’’ नगा और दूसरी टोपियां पहनते हैं, लेकिन मुसलमानों की टोपी पहनने से मना कर देते हैं।
वहीं, उन्होंने हाल में कहा था कि भाजपा सत्ता में लौटी तो संविधान को दोबारा लिखेगी और ‘‘हिंदू पाकिस्तान’’ के निर्माण का रास्ता तैयार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था कि मोदी हरे रंग से परहेज करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह रंग मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है। थरूर ने कहा था किवह हरा रंग पहनने से क्यों इनकार करते हैं, वह रंग जिसके बारे में उनका कहना है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है? यह किस तरह की बात है?