बहुजन समाज पार्टी में अरसे तक मुस्लिम चेहरा रहे दिग्गज नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कई पूर्व मंत्रियों, विधायकों और पार्षदों के साथ कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने नसीमुद्दीन के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इन बड़े नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना बदलते वक्त का संकेत है। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी खेमा कांग्रेस के साथ शामिल हो जाने से जमीनी स्तर पर पार्टी मजबूत होगी। कांग्रेस का कहना है कि बीएसपी से निष्कासित अधिकांश नेता बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
बीएसपी सुप्रीमो ने किया था निष्कासित
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पिछले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद नसीमुद्दीन को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन पर चुनाव के दौरान पैसे लेने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप थे। नसीमुद्दीन के साथ उनके बेटे अफजल सिद्दीकी को भी बीएसपी से बाहर कर दिया गया था। उसी दौरान नसीमुद्दीन के कई समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
नसीमुद्दीन ने मायावती पर लगाए थे गंभीर आरोप
पार्टी से निकाले जाने के बाद पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने मायावती के साथ टिकट के बदले पैसों के लेन-देन की वॉयस रिकॉर्डिंग में मीडिया के सामने रखी थी।
कौन हैं नसीमुद्दीन सिद्दीकी
नसीमुद्दीन सिद्दीकी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता हैं। उन्हें पार्टी का मुस्लिम चेहरा माना जाता था। उत्तर प्रदेश में बीएसपी की सरकार में वो मंत्री भी रहे। 2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ा। मायावती को लगा कि नसीमुद्दीन मुस्लिम वोट लाने में नाकाम रहे। उन्हें अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। बीएसपी से अलग होने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने 'राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा’ नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई थी। अब उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की है।