मध्य प्रदेश कांग्रेस में आंतरिक कलह चरम पर है। सिंगार को लेकर सीएम कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिगि्वजय सिंह में खींचतान तेज हो गई है।
सभी अपने हित साधने में लगे हुए हैं। हाल में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सोनिया गांधी से मिले चुके हैं। कमलनाथ इस समय प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आज कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने वाले थे। लेकिन महाराष्ट्र चुनाव को लेकर बैठक स्थगित कर दी गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर पार्टी में जारी आंतरिक कलह की खबरों के बीच इस पद के प्रबल दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात नहीं हुई। ग्वालियर-चंबल इलाके के सिंधिया के कुछ समर्थक खुलकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर आकर पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन करने लगे हैं।
उनका कहना है कि यदि उनकी यह मांग आलाकमान द्वारा नहीं मानी गई, तो वे पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। इस मांग को लेकर इनमें से एक समर्थक आनंद अग्रवाल ने पिछले सप्ताह ग्वालियर स्टेशन के पास आत्मदाह करने का प्रयास भी किया था।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सिंधिया मंगलवार को नई दिल्ली में सोनिया से मिलेंगे। पिछले साल दिसंबर में जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तो सिंधिया भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ मुख्यमंत्री की दौड़ में थे। लेकिन, तब कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गये। उसके बाद से मध्य प्रदेश अध्यक्ष का पद भी कमलनाथ के पास ही है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह के बीच प्रभारी ने सोनिया को सौंपी रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वन मंत्री उमंग सिंघार के बीच चल रहे विवाद की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर अपनी रिपोर्ट सौंपी। सोनिया से मुलाकात के बाद बाबरिया ने कहा कि राज्य में पार्टी से जुड़े हालिया घटनाक्रमों और पार्टी की स्थिति को लेकर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाबरिया ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं का सम्मान होना चाहिए। दरअसल, बाबरिया की सोनिया से मुलाकात उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच बयानबाजी की पृष्ठभूमि में हुई है।
सिंघार ने हाल ही में दिग्विजय पर ब्लैकमेलर, ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाने और रेत खनन जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। साथ ही उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह मिलने आएंगे तो वह उन्हें कड़वी चाय पिलाएंगे। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस के नेता अनुशासन में रहें।
भाजपा को कोई मौका न दें। सिंघार की कड़वी चाय पिलाने के जवाब में दिग्विजय ने सिर्फ इतना ही कहा कि ‘ मुझे डायबिटीज नहीं है और मैं मीठी चाय पीता हूं।’ दूसरी तरफ, राज्य की प्रदेश इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त करने की भी अटकलें हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।