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सबरीमाला मुद्दाः माकपा-कांग्रेस का PM मोदी पर पलटवार, कहा- मनुस्मृति या RSS शपथ के बजाय संविधान पढ़ें

By भाषा | Updated: January 16, 2019 05:08 IST

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण सबरीमला को ‘‘राजनीतिक अवसर’’ के रूप में इस्तेमाल करने के भाजपा के फैसले का दिखाता है।

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केरल में सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस ने मंगलवार को सबरीमाला मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया। मोदी ने एक जनसभा में इन दोनों दलों की आलोचना की थी। माकपा ने मोदी से मनुस्मृति या आरएसएस शपथ के बजाय संविधान पढ़ने की नसीहत दी। 

उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण सबरीमला को ‘‘राजनीतिक अवसर’’ के रूप में इस्तेमाल करने के भाजपा के फैसले का दिखाता है। एलडीएफ सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कोल्लम में एक जनसभा में कहा कि सबरीमला मुद्दे पर एलडीएफ का व्यवहार इतिहास में किसी पार्टी और सरकार द्वारा सबसे ‘‘शर्मनाक व्यवहार’’ में से एक के रूप में दर्ज होगा।

विपक्षी कांग्रेस और उनके नेतृत्व वाले यूडीएफ के कथित ‘‘अलग अलग रुख’’ की निंदा करते हुए उन्होंने उनसे इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करने को कहा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश मुद्दे को लेकर केरल की माकपा के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार और कांग्रेस की अगुआई वाले विपक्षी यूडीएफ पर मंगलवार को तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू है।

मोदी ने यहां भाजपा कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों से पूरा देश सबरीमला के बारे में बात कर रहा है। पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार पर तंज करते हुए मोदी ने कहा कि सबरीमला मुद्दे में इसका आचरण किसी भी पार्टी और सरकार द्वारा इतिहास में किये गये ‘‘सबसे शर्मनाक व्यवहार’’ के रूप में दर्ज किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से पूरा देश सबरीमला के बारे में बात कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि कम्युनिस्ट भारत की संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता का सम्मान नहीं करते है लेकिन किसी ने कल्पना नहीं की थी कि उनमें इतनी नफरत होगी।’’ 

कांग्रेस और राज्य में पार्टी के नेतृत्व वाले विपक्षी मोर्चा यूडीएफ द्वारा बार बार रूख बदलने की निंदा करते हुए उन्होंने इस मुद्दे पर उनसे अपना रूख स्पष्ट करने का आग्रह किया।

मोदी ने कहा, ‘‘यूडीएफ की स्थिति ठीक नहीं है। कांग्रेस के कई रूख है। वह संसद में कुछ कहती है और पतनमथिट्टा (जहां अय्यप्पा मंदिर है) में कुछ और कहती है। वे सोमवार को कुछ कहते है तो अन्य दिन कुछ अलग कहते है।’’ 

टॅग्स :सबरीमाला मंदिरनरेंद्र मोदीकांग्रेससीपीआईएम
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