नई दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस ने अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) के पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस प्रभावित जिलों के दौरे को ‘‘एडवेंचर ट्यूरिज्म’’ करार देते हुए पूछा कि ये दल उन राज्यों में आकलन के लिए क्यों नहीं गए जहां कोविड-19 के मामले और प्रभावित इलाके अधिक हैं।
डिजिटल मंच पर एक संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंदोपाध्याय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दल के वहां पहुंचने के करीब तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई, जो कि अस्वीकार्य है।
ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘ आईएमसीटी दल ‘एंडवेंचर ट्यूरिज्म’ पर है। मुख्यमंत्री को दल के पहुंचने के तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई।’’ उन्होंने केन्द्रीय दलों के गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश ना जाने पर भी सवाल उठाए, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले और प्रभावित इलाके हैं। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने पूछा कि केन्द्रीय दलों को पश्चिम बंगाल क्यों भेजा गया जबकि संक्रमित राज्यों की सूची में वह शीर्ष 10 में भी नहीं है? उन्होंने कहा, ‘‘ केन्द्र को यह स्पष्ट करना होगा।
मुख्यमंत्री को दल के पहुंचने के बाद ही क्यों उनके आने की जानकारी दी गई? संघीय ढांचे के तहत आपको पहले राज्य सरकार को बताना होता है। इन दलों को भेजने के पीछे का लक्ष्य स्पष्ट नहीं है। पहले इसे स्पष्ट किए जाने की जरूरत है।’’ केन्द्र ने सोमवार को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए छह आईएमसीटी का गठन किया था।
मंत्रालय ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालात का वहां जाकर आकलन करने और चारों राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया है। एक केन्द्रीय दल सोमवार को कोलकाता और और दूसरा जलपाईगुड़ी पहुंचा। तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसाद बंदोपाध्याय ने सही भावना के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि केन्द्र को भविष्य में ऐसा कोई निर्णय लेने से पहले संबंधित राज्य से परामर्श करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने राजनीति पीछे छोड़ दी है और वैश्विक महामारी का मुकाबला मिलकर करना चाहते हैं। हमारी उदारता का फायदा ना उठाए, हम भी राजनीतिक भाषा में बात कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी राजनीति को पीछे छोड़ देना चाहिए और बंगाल के वैश्विक महामारी का मिलकर सामना करने के संकल्प का फायदा ना उठाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ केन्द्र सरकार का केन्द्रीय दलों को भेजना और कुछ नहीं राज्य के लोगों का अपमान है।’’ वहीं बंदोपाध्याय ने बताया कि अभी तक रोजाना 452 नमूनों की जांच की जा रही थी और मंगलवार से इसे बढ़ाकर 600 कर दिया गया है। दोनों नेताओं ने कहा कि यह ‘‘राज्य बनाम राज्य’’ का मामला नहीं है और केन्द्र से राज्यों के साथ सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन होने पर राज्य खुश-खुशी केन्द्र सरकार के साथ समन्वय स्थापित करेगा।