Maharashtra ki khabar: ट्रेन मार्ग परिवर्तन पर रेल मंत्री पीयूष गोयल और संजय राउत में ट्विटर वार, गोरखपुर जाने वाली ट्रेन ओडिशा पहुंची
By भाषा | Published: May 25, 2020 06:23 PM2020-05-25T18:23:34+5:302020-05-25T21:21:00+5:30
ट्रेन मार्ग परिवर्तन पर शिवसेना के सांसद संजय राउत और रेल मंत्री पीयूष गोयल के बीच ट्वीट वार देखने को मिला। राउत ने कहा कि आप यात्रियों को सही जगह तो पहुंचा जो। इस पर गोयल ने कहा कि आप को 125 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं।
मुंबईः वसई रोड-गोरखपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन का मार्ग परिवर्तित कर उसे ओडिशा के रास्ते भेजे जाने को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल पर तंज कसते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि उनका अनुरोध बस इतना है कि प्रवासी श्रमिकों को ले जाने वाली ट्रेनें घोषणा के मुताबिक अपने गंतव्य तक पहुंचे।
प्रदेश में शिवसेना की सहयोगी कांग्रेस ने भी ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किये जाने पर कहा कि सरकार खाना और पानी उपलब्ध कराए बिना “प्रवासी कामगारों को देश के दौरे पर ले जा रही है।” दोनों सहयोगियों ने गोयल की रविवार को की गई उनकी उस टिप्पणी को लेकर भी आलोचना की कि उनका मंत्रालय महाराष्ट्र से 125 श्रमिक ट्रेनें चलाने को तैयार है, अगर प्रदेश सरकार एक घंटे में अर्ह प्रवासी कामगारों की सूची मध्य रेलवे के मुंबई मुख्यालय को उपलब्ध करा दे।
हालांकि, शिवसेना की गठबंधन सहयोगी राकांपा ने अलग रुख अपनाया है और कहा है कि गोयल और उनका मंत्रालय दबाव में है और उनके प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई वसई रोड-गोरखपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन जो 21 मई को पालघर से रवाना हुई थी लेकिन उस मार्ग पर अधिक रेलगाड़ियां चलने की वजह से उसका मार्ग परिवर्तित कर उसे ओडिशा के रास्ते भेजा गया। यह ट्रेन ढाई दिन बाद गोरखपुर पहुंची जबकि इसे करीब 25 घंटे में गंतव्य तक पहुंच जाना चाहिए था। श्रमिक स्पेशल ट्रेन को लेकर राजनीतिक खींचतान के बीच गोयल ने रविवार रात को कहा, “हम महाराष्ट्र को 125 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं।”
पियुषजी,@PiyushGoyal १४ मे २०ला सुटलेल्या नागपुर - ऊधमपुर ट्रेन साठी कोठली यादी घेतली होती. आधी ट्रेन नंतर माणसे जमा करण्यासाठी काय कष्ट घेतले, कृपया जाहीर कराल? आता म यादी कसली मागताय? राज्यसभेत आपण महाराष्ट्राचे प्रतिनिधित्व करताय हे विसरू नका. @PawarSpeaks@CMOMaharashtra
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) May 25, 2020
रेल मंत्री ने ट्वीट किया, “चूंकि आपने कहा कि आपके पास एक सूची तैयार है इसलिए मैं आपसे सभी सूचनाएं अगले घंटे में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को उपलब्ध कराने का आग्रह करता हूं जैसे कि ट्रेन कहां से चलेगी, ट्रेनों के मुताबिक यात्रियों की सूची, उनका चिकित्सीय प्रमाण-पत्र और ट्रेन कहां जाएगी आदि ताकि हम ट्रेनों के समय की योजना बना पाएं।” इस पर टिप्पणी करते हुए राउत ने ट्वीट किया, “ महाराष्ट्र सरकार ने आपको श्रमिकों की सूची सौंपी है, जो घर जाना चाहते हैं।
आपसे केवल यह अनुरोध है कि ट्रेनें पूर्व में की गई घोषणा के मुताबिक स्टेशन पहुंच जाएं।” शिवसेना से राज्यसभा के सदस्य ने कटाक्ष करते हुए कहा,“गोरखपुर जाने वाली ट्रेन ओडिशा पहुंच गई थी।” उन्होंने गोयल से यह भी पूछा कि क्या रेल मंत्रालय ने 14 मई को नागपुर-उधमपुर प्रवासी ट्रेन चलाने के दौरान भी ऐसी सूची बनाई थी। गोयल पर निशाना साधते हुए राउत ने एक ट्वीट में कहा, “क्या 14 मई को नागपुर-उधमपुर ट्रेन सेवा के लिये कोई मुकम्मल सूची तैयार की गई थी।
क्या हम यह सार्वजनिक कर सकते हैं कि ट्रेन चलाने से पहले क्या प्रयास किये गए थे। वह अब सूची क्यों मांग रहे हैं।” महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने भी राज्य से एक घंटे में प्रवासी कामगारों की सूची मांगने और गोरखपुर जाने वाली ट्रेन का मार्ग परिवर्तित कर उसे ओडिशा से भेजे जाने के लिये गोयल पर निशाना साधा। सावंत ने कहा, “आप लोगों को बुलाते हैं कि यह जापान जा रही है लेकिन उसे चीन ले जाते हैं, बिना खाना और पानी दिये। सरकार प्रवासी कामगारों को देश का दौरा करा रही है।
मोदी सरकार अब तक की सबसे बेकार, असफल और गैर जिम्मेदार सरकार बन गई है।” हालांकि, जब पूछा गया कि रेल मंत्री मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं, तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भारतीय रेलवे और पीयूष गोयल भी ट्रेनें चलाने का दबाव झेल रहे हैं। पटेल ने कहा, ‘‘उनके प्रयासों की प्रशंसा की जानी चाहिए। हम सराहना करते हैं कि वे ट्रेनें उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि लोग घर पहुंच सकें।”
मेरा अनुरोध है की महाराष्ट्र सरकार अभी भी अगले एक घंटे में कितनी ट्रैन, कहाँ तक और पैसेंजर लिस्टें हमें भेज दें। हम प्रतीक्षा कर रहे है और पूरी रात काम कर कल की ट्रेनों की तैयारी करेंगे। कृपया पैसेंजर लिस्टें अगले एक घंटे में भेज दें।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 24, 2020
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करनेवाले प्रवासियों के वीडियो योगी को भेजेंगे: राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों से ‘‘अनुचित व्यवहार’’ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों को सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि सही बात यह है कि प्रवासियों ने लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से जाते समय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रशंसा की थी।
राउत ने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ कर रहे प्रवासी मजदूरों के वीडियो आदित्यनाथ को भेजेंगे। राउत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि हमने प्रवासी मजदूरों के साथ गलत व्यवहार किया। हम उन्हें प्रवासी मजदूरों की वीडियो क्लिप भेजेंगे जो महाराष्ट्र छोड़ते समय उद्धव ठाकरे की तारीफ कर रहे थे।’’ शिवसेना नेता ने कहा कि आदित्यनाथ को इस तरह के दावे नहीं करने चाहिए थे। अब उन्हें अपना अधिकांश समय घर लौटे प्रवासी मजदूरों को भोजन-पानी उपलब्ध कराने में लगाना चाहिए।
राउत ने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राज्यों को उनके प्रदेश के लोगों को रोजगार देने के लिए उनकी अनुमति लेनी चाहिए तो उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रवासी मजदूर काम की तलाश में महाराष्ट्र आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उन्हें स्वीकार किया और उन्हें यहां काम करने दिया। हमने इन लोगों का ध्यान पिछले एक-डेढ़ महीने में ही नहीं रखा...बल्कि वे वर्षों से यहां काम करते रहे हैं। हम सब सौहार्द के साथ मिलकर रह रहे थे।’’ आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि लॉकडाउन में कई राज्यों ने प्रवासी मजदूरों की उचित देखरेख नहीं की और यदि कोई राज्य उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों की वापसी चाहता है तो उसे उनकी सरकार से मंजूरी लेनी होगी।