नई दिल्लीः कोरोना वायरस के फैले प्रकोप के बीच कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर हमलावर है। वह आरोप लगा रहा है कि उसने केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर पहले मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराई। इसके बाद अब राजस्थान की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेस विधायकों सहित निर्दलीय विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है।
कांग्रेस ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, 'जब कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए प्रवासी श्रमिकों को मदद देने और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए था, तब बीजेपी विधायकों को खरीदने में व्यस्त है।' उसने आरोप लगया है कि लॉकडाउन को खोलना बीजेपी का गैर लोकतांत्रिक एजेंडा है।
कांग्रेस ने कहा, 'बीजेपी के पास लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है। बीजेपी केवल धूर्तता से सत्ता हथियाना चाहती है।' साथ ही साथ कांग्रेस ने हैशटैग 'बीजेपी लोकतंत्र पर दाग है' चलाया है।
कांग्रेस ने कहा- बार बार जनमत का चीरहरण करना बीजेपी का चरित्र बन गया
दरअसल, राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत दर्ज कराई कि राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस व उसके समर्थक निर्दलीय विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है। उन्होंने अपने पत्र में ऐसा प्रयास करने वाली किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बार बार जनमत का चीरहरण करना बीजेपी का चाल, चेहरा, चरित्र बन गया है।
शिवराज सिंह चौहान का कथित ऑडियो वायरल
इससे पहले मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कथित ऑडियो क्लिप वायरस होने के बाद राजनीति गरमा गई। कांग्रेस ने तुरंत मामले को लपक किया। वायरल वीडियो में शिवराज सिंह चौहान सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने न दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न दिया, धोखा कांग्रेस ने दिया।'