लॉकडाउन के होने के बाद अयोध्या पहुंचे योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस ने कहा- CM ही नहीं मानते प्रधानमंत्री की बात, तो जनता कैसे माने
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 25, 2020 13:57 IST2020-03-25T13:57:06+5:302020-03-25T13:57:06+5:30
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अयोध्या के साधु संतों को पूजा में आमंत्रित नहीं किया गया। जयपुर के कारीगरों द्वारा बनाए गए साढ़े नौ किलो के चांदी के सिंहासन पर देव प्रतिमाएं स्थापित की गईं।

कांग्रेस ने योगी के अयोध्या पहुंचे पर बोला हमला।
अयोध्या में विशेष पूजा अर्चना के साथ नवरात्रि के पहले दिन आज सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला को अपने हाथों से टेंट से उठाकर अस्थायी मंदिर में स्थापित किया है, जिसके बाद लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर कांग्रेस ने सीएम योगी पर हमला बोल दिया। दरअसल, कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया और 21 दिन के लिए समूचे देश को लॉकडाउन करने के लिए कहा। लॉकडाउन लागू होने के बाद सीएम अयोध्या गए।
कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट करते हुए कहा, 'नवरात्रि का पहला दिन हैं, मां के दरबार में दर्शन के लिए जाना मेरी भी हार्दिक इच्छा हैं लेकिन मैंने प्रधानमंत्री जी की बात मानी। उप्र के मुख्यमंत्री जी नहीं मानते, भीड़ के साथ दर्शन कर रहे हैं तो ऐसे में कैसे उप्र की जनता प्रधानमंत्री जी की बात माने?'
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अयोध्या करती है आह्वान...भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान... मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में 'रामलला' की मूर्ति को स्थानांतरित किया। भव्य मंदिर के निर्माण हेतु 11 लाख रुपये का चेक भेंट किया।'
नवरात्रि का पहला दिन हैं,मां के दरबार में दर्शन के लिए जाना मेरी भी हार्दिक इच्छा हैं लेकिन मैंने प्रधानमंत्री जी की बात मानी।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) March 25, 2020
उप्र के मुख्यमंत्री जी नहीं मानते,भीड़ के साथ दर्शन कर रहे हैं तो ऐसे में कैसे उप्र की जनता प्रधानमंत्री जी की बात मानें?#CoronaPandemicpic.twitter.com/ARaWDSfKwn
बता दें, 23 मार्च को देव प्रतिमाओं को एक अस्थायी संरचना में स्थानांतरित करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हुआ था। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने तक प्रतिमाएं अस्थायी संरचना में रहेंगी। कोरोना वायरस के खतरे के चलते प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बीच मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई। विशेष पूजा मंगलवार को भी जारी तक रही।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों विमलेंद्र मिश्रा और डॉ अनिल मिश्रा की उपस्थिति में विशेष पूजा अर्चना की गई। राम मंदिर न्यास के सचिव चंपत राय ने कहा था कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अयोध्या के साधु संतों को पूजा में आमंत्रित नहीं किया गया। जयपुर के कारीगरों द्वारा बनाए गए साढ़े नौ किलो के चांदी के सिंहासन पर देव प्रतिमाएं स्थापित की गईं।