नई दिल्लीः कोराना वायरस से संक्रमित मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश में इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 109 पहुंच गई है और संक्रमित मरीज चार हजार से पार हो गए हैं। इस बीच कोविड-19 के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ के सुरक्षा उपकरणों को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव ने पूछा कि हम सरकार से कहना चाहते हैं कि आप कब हमारे स्वास्थ्य कर्मियों को, डॉक्टरों को, नर्सेस को, एंबूलेंस चलाने वाले जो ड्राईवर हैं, उनके लिए आप कब पीपीई सप्लाई करेंगें? इन पीपीई किट्स टेस्टिंग के लिए आपने कितनी एजेंसियों को तैयार किया है, कहीं ऐसा ना हो कि भारत के कारखानों में ये पीपीई बने डॉक्टर और नर्सों के लिए, पर टेस्टिंग में भारत सरकार देरी करे और हम इन पीपीई को डॉक्टरों और नर्सों तक पहुंचा ना पाएं।
उन्होंने कहा कि पूर देश से जो सूचनाएं मिल रही हैं उसके अनुसार स्वास्थ्यकर्मियों के पास पीपीई की कमी है। हमें 62 लाख पीपीई की जरूरत है ताकि हमारे साहसिक सिपाही कोरोना महामारी से डटकर लड़ सकें। दुख होता है जब हम सोशल मीडिया में देखते हैं कि डॉक्टर्स रेनकोट और हेलमेट पहने हुए हैं।
सुष्मिता देव ने कहा कि आज 50 डॉक्टर कोरोना वायरस से पॉजिटिव हो चुके हैं। अगर हमारे डॉक्टर्स और नर्स जो अस्पतालों में हैं उनको हम सुरक्षित नहीं कर सकते हैं तो मेरा मानना है कि इस युद्ध के लिए यह देश तैयार नहीं है।