कोविड-19 पर विदेश मंत्री जयशंकर और माइक पोम्पिओ में फोन पर बात, दवा सहयोग पर अमेरिका ने कहा- धन्यवाद
By भाषा | Published: April 23, 2020 09:24 PM2020-04-23T21:24:27+5:302020-04-23T21:24:27+5:30
अमेरिकी राज्य विभाग ने कहा कि राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने आज भारतीय विदेश मंत्री डॉ.एस. जयशंकर से बात की।माइक पोम्पिओ और जयशंकर ने COVID19 को नियंत्रित और कम करने के लिए द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा की, इसमें दवा और चिकित्सा आपूर्ति की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है।
वाशिंगटनः विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ ने बृहस्पतिवार को फोन पर बात की और इस दौरान कोरोना वायरस से निपटने को लेकर द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा की।
पोम्पिओ ने ट्वीट किया, '' आज भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से कोविड-19 से निपटने के लिये अमेरिका और भारत द्वारा उठाए जा रहे कदमों को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई।'' अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टेगस ने कहा कि दोनों नेताओं ने टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान कोविड-19 की रोकथाम के लिये द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा की।
इस दौरान दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने समेत कई मुद्दों पर बातचीत हुई। कोरोना वायरस महामारी के दौरान जयशंकर और पोम्पिओ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। महामारी के चलते दुनियाभर में 1 लाख 84 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
Secretary of State Mike Pompeo spoke today with Indian EAM Dr. S. Jaishankar. Secretary Pompeo & Minister Jaishankar discussed bilateral & international cooperation to contain & mitigate #COVID19, including ensuring availability of pharmaceutical & medical supplies: US State Dept pic.twitter.com/gFjprENkNE
— ANI (@ANI) April 23, 2020
लॉकडाउन खत्म करने के बाद लोगों को सुरक्षा का विश्वास दिलाना अमेरिका के सामने बड़ी चुनौती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का लक्ष्य जल्द से जल्द देशव्यापी लॉकडाउन खत्म करना है लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती लोगों को यह समझाने की है कि उनके लिए घरों से बाहर निकलना और रोजमर्रा की जिदंगी फिर से शुरू करना सुरक्षित है।
व्हाइट हाउस के सलाहकार और आर्थिक सलाहकार परिषद के पूर्व प्रमुख केविन हसेट ने कहा,‘‘ हमें अमेरिका में इस तरह का विश्वास पैदा करने की जरूरत है कि हर कोई अपने काम पर वापस जा सकता है। यह विश्वास होना चाहिए कि लोगों का कार्यस्थल उनके काम करने के लिए सुरक्षित है।’’
पिछले बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस ने गवर्नरों को इस बात के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे कि वे कैसे अपने राज्यों में सुरक्षित तरीके से कामकाज फिर से शुरू कराएं। इसके बाद, मोंताना के गवर्नर ने मई के शुरू से स्कूलों को खोलने की इजाजत दे दी है। वहीं ओकलाहोमा में शुक्रवार से नाई, स्पा आदि की दुकानें खुलेंगी। हसेट ने कहा कि ट्रंप ने अमेरिकों से वादा किया है कि राष्ट्रव्यापी बंद फिर से नहीं होगा। हम फिर उन स्थितियों से नहीं गुजरेंगे जिनसे पिछले दो महीने में गुजरे हैं।
राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक लैरी कुडलॉ ने कहा कि व्हाइट हाउस को उम्मीद है कि जब कारोबारी संस्थान फिर से खुलेंगे तो वे जनता को उस सुरक्षात्मक उपायों के बारें बताएंगे जो वे उठाएंगे। जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के मुताबिक, महामारी ने दुनिया भर में 25 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है और करीब 1,80,000 लोगों की मौत हुई है। सिर्फ अमेरिका में ही 46,000 लोगों की मौत हुई है।