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कांग्रेस पार्टी का महाधिवेशन अप्रैल के मध्य संभव, दिल्ली या राजस्थान में होगा आयोजित

By शीलेष शर्मा | Updated: March 5, 2020 01:42 IST

सोनिया और राहुल के अध्यक्ष ना बने रहने की स्थिति में पार्टी के सामने अब इस बात का संकट है कि नया अध्यक्ष किसे चुना जाए. पार्टी के कुछ नेता मानते हैं कि प्रियंका गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर एक सामूहिक नेतृत्व को पार्टी के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाए जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ नये चेहरे भी शामिल हों. 

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ठळक मुद्देकांग्रेस का महाधिवेशन संसद के बजट अधिवेशन के बाद अप्रैल के तीसरे सप्ताह में आयोजित करने की तैयारी की जा रही है.उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार यह महाधिवेशन दिल्ली अथवा राजस्थान में आयोजित किया जाएगा.

कांग्रेस का महाधिवेशन संसद के बजट अधिवेशन के बाद अप्रैल के तीसरे सप्ताह में आयोजित करने की तैयारी की जा रही है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार यह महाधिवेशन दिल्ली अथवा राजस्थान में आयोजित किया जाएगा. राजनैतिक दृष्टि से पार्टी का यह महाधिवेशन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसमें पार्टी पूर्णकालिक अध्यक्ष का चयन कर सकती है.

गौरतलब है कि राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद बेमन से सोनिया गांधी ने कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाला था लेकिन खराब स्वास्थ्य के कारण वे बहुत लंबे समय तक इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार नहीं है.

राहुल गांधी इस बात पर अड़े है कि वे फिर से पार्टी की कमान नहीं संभालेगें पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्र बताते है कि अपनी मां सोनिया गांधी के लाख मनाने के बावजूद राहुल ने इस बात से इंकार किया कि वे फिर से पार्टी का अध्यक्ष पद संभाले. राहुल गांधी ने साफ किया कि जो फैसला वह  एक बार कर चुके है उस पर पुर्नविचार संभव नहीं है.

सोनिया और राहुल के अध्यक्ष ना बने रहने की स्थिति में पार्टी के सामने अब इस बात का संकट है कि नया अध्यक्ष किसे चुना जाए. पार्टी के कुछ नेता मानते हैं कि प्रियंका गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर एक सामूहिक नेतृत्व को पार्टी के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाए जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ नये चेहरे भी शामिल हों. हालांकि कुछ नेता इस बात की मांग उठा रहे है कि गांधी परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति को पार्टी का नेतृत्व सौंपा जाए. पार्टी के सांसद शशि थरूर ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी का अध्यक्ष कोई बने लेकिन उसके लिए विधिवत चुनाव कराए जाने चाहिए.

पार्टी के महाधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव के साथ-साथ आर्थिक, सामाजिक जिसमें दलित, अल्पसंख्यक सहित ऐसे सभी वर्गो का उल्लेख होगा के अलावा किसानों को लेकर एक अलग प्रस्ताव लाने की तैयारी है.  

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