कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर विवादित टिप्पणी पर सीएम शिवराज का पलटवार, कहा- हां मैं हूं 'नंगे-भूखे' परिवार से
By रामदीप मिश्रा | Updated: October 12, 2020 13:57 IST2020-10-12T13:57:34+5:302020-10-12T13:57:34+5:30
अशोकनगर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दिनेश गुर्जर ने कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ देश के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं, शिवराज की तरह नंगे-भूखे परिवार के नहीं हैं।

फाइल फोटो
भोपालः कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने शिवराज सिंह को भूखे-नंगे घर का व्यक्ति करार दिया है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व खुद सीएम शिवराज ने पलटवार किया है और कहा है कि वह इसीलिए हर गरीब का दर्द समझते हैं और प्रदेश को समझता हैं।
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'हाँ... मैं ‘नंगे-भूखे’ परिवार से हूँ, इसीलिए उनका दुःख-दर्द समझता हूँ। हाँ...मैं गरीब हूँ इसी लिए गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन पढ़ाता हूँ। गरीब हूँ इसीलिए गरीब माँ-बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूँ। गरीब हूँ, इसीलिए हर गरीब का दर्द समझता हूँ... प्रदेश को समझता हूँ।'
वहीं, बीजेपी ने कहा, 'यही कांग्रेस की मानसिकता है, यही इनकी पीड़ा और यही इनकी सोच। एक ‘किसान पुत्र’ कैसे किसी ‘नामी उद्योगपति’ के सामने खड़ा हो सकता है? वो ‘किसान पुत्र’ जो सिर्फ जनता के आगे झुकता हो, जिसका जीवन ही जनसेवा को समर्पित हो। ग़ुलाम मानसिकता के कांग्रेसियों का असली चेहरा सामने आ गया।'
हाँ... मैं ‘नंगे-भूखे’ परिवार से हूँ, इसी लिए उनका दुःख-दर्द समझता हूँ।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 12, 2020
हाँ...मैं गरीब हूँ इसी लिए गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन पढ़ाता हूँ।
गरीब हूँ इसी लिए गरीब माँ-बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूँ।
गरीब हूँ, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूँ... प्रदेश को समझता हूँ। https://t.co/i4nBZGwFS3
बता दें, अशोकनगर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दिनेश गुर्जर ने कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ देश के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं, शिवराज की तरह नंगे-भूखे परिवार के नहीं हैं। कभी शिवराज के पास बमुश्किल 5 एकड़ जमीन हुआ करती थी, लेकिन आज वे हजारों एकड़ जमीन के मालिक हैं जो उन्होंने किसानों का खून पीकर जमा किया है। जब भी आतंकी हमला होता है तो कांग्रेस के नेता मारे जाते हैं। आतंकी या नक्सली हमलों में कभी बीजेपी या आरएसएस के नेताओं की हत्या नहीं होती।