अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर मोदी सरकार को घेरेगी कांग्रेस, सोनिया गांधी ने चौतरफा हमले का दिया निर्देश
By शीलेष शर्मा | Published: September 4, 2019 08:25 AM2019-09-04T08:25:21+5:302019-09-04T08:25:21+5:30
उच्च पदस्थ सूत्रों 'लोकमत न्यूज' को बताया कि कांग्रेस देश की लगातार गिर रही अर्थव्यवस्था को बड़े राजनीतिक मुद्दे के रूप में खड़ा करना चाहती है ताकि वह साबित कर सके कि प्रधानमंत्री मोदी जिस 5 ट्रिलियन वाली अर्थव्यवस्था की बात कर रहे है, वह महज एक झूठ है.
कांग्रेस गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर देशभर में लोगों को जागरूक करने के साथ नरेंद्र मोदी सरकार पर चौतरफा हमला करेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह फैसला लेकर पार्टी के सभी नेताओं को इस पर अमल करने का निर्देश दिया है.
सोनिया के निर्देश के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला.
उन्होंने कहा कि अब सरकार को स्वीकार कर लेना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक गिरावट है. सरकार को चाहिए कि वह इसे दूर करने के उपाय खोजे.
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा अखबार की सुर्खियां बनाने के चक्कर में यह सरकार कब तक भागती रहेगी.
सरकार अर्थव्यवस्था को सुधारने की दिशा में अभी तक कोई कदम नही उठा पाई है. दूसरी ओर कांग्रेस के हमले के जवाब में सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सामने आए.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था समग्र दृष्टिकोण के साथ देखती है इसीलिए आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है.
अर्थव्यवस्था पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कटाक्ष के जवाब में जावड़ेकर ने तर्क दिया, ''हम जो कहते है, वह करते है. सरकार अर्थव्यवस्था को टुकड़ों में नहीं देखती बल्कि उसका नजरिया समग्र है.''
उन्होंने जीएसटी को जायज ठहराते हुए उम्मीद जताई कि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन करेगी.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था की गिरावट पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया था कि मोदी सरकार के कुप्रबंधों के कारण अर्थव्यवस्था का यह हाल हुआ है.
उन्होंने कमजोर अर्थव्यवस्था का दौर लंबे समय तक जारी रहने की आशंका जताई थी.
अब गिरते उत्पादन, बेरोजगारी को मुद्दा बनाएंगे :
कांग्रेस नेता अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. सोनिया गांधी के निर्देश के बाद अब देशभर में कांग्रेस के छोटे-बड़े नेता गिरते उत्पादन, डॉलर के मुकाबले गिरता रुपया, बेरोजगारी जैसे सवालों को लेकर हमलावर होंगे.
इसी सिलसिले में आज कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल की पहल पर पार्टी नेताओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया ताकि वे पार्टी की सोच को लोगों तक बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सकें.