बिहार के बाद अब पश्चिम बंगालः सीएम नीतीश बोले-75 सीट पर लड़ेंगे चुनाव, भाजपा ने साथ नहीं लिया तो ममता बनर्जी से गठबंधन

By एस पी सिन्हा | Updated: December 17, 2020 20:10 IST2020-12-17T20:08:41+5:302020-12-17T20:10:52+5:30

जदयू के नेता और विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि हमने बंगाल चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया है. जदयू नेतृत्व ने कम से कम 75 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मन बनाया है और इसके लिए पार्टी तैयारी कर रही है.

CM Nitish kumar contest elections on 75 seats BJP does not join then alliance with Mamata Banerjee Bihar West Bengal | बिहार के बाद अब पश्चिम बंगालः सीएम नीतीश बोले-75 सीट पर लड़ेंगे चुनाव, भाजपा ने साथ नहीं लिया तो ममता बनर्जी से गठबंधन

बिहार के मुख्यमंत्री ने बंगाल चुनाव में 75 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दिया है. (file photo)

Highlightsबंगाल में भी शराबबंदी घर-घर का बड़ा मुद्दा बना हुआ है.पूरे राज्य से जदयू के नेताओं की बैठक पटना के जदयू कार्यालय में बुलाई गई है.बंगाल में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव होंगे.

पटनाः बिहार में एनडीए के साथ होकर सरकार चला रहे जदयू ने मिशन बंगाल को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. पश्चिम बंगाल में अगले साल चुनाव होने है, जिसको लेकर अब जदयू तैयारी में लग गयी है.

बिहार के मुख्यमंत्री ने बंगाल चुनाव में 75 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दिया है. लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि भाजपा का साथ छोड़कर जदयू ममता बनर्जी के साथ बंगाल चुनाव में उतर सकती है. हालांकि, जदयू का कहना है कि भाजपा से विचार-विमर्श किया जायेगा, जिसके बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा. 

वैसे जदयू का यह भी कहना है कि भाजपा अगर साथ लड़ने में सहमति दिखाती है तो ठीक है नहीं तो वह अकेले भी 75 सीटों पर चुनाव लडे़गी. वहीं भाजपा का भी कहना है कि इससे पहले भी बहुत बार ऐसा हुआ है कि भाजपा किसी अन्य राज्य या तो साथ में चुनाव लड़ी है या अलग-अलग चुनाव लड़ी है.

बलियावी ने कहा कि हमने बंगाल चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया

इस पर किसी भी तरह की कोई भी आपत्ति नहीं है. जदयू के नेता और विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि हमने बंगाल चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया है. जदयू नेतृत्व ने कम से कम 75 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मन बनाया है और इसके लिए पार्टी तैयारी कर रही है.

अगर किसी राजनीतिक दल को लगता है कि नीतीश कुमार का चेहरा बंगाल में फायदेमंद साबित होगा तो वह जदयू के साथ गठबंधन कर सकता है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि उन्हें ना तो भाजपा से परहेज है और ना ही ममता बनर्जी से. इसका मतलब यह हुआ है कि अगर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ बातचीत बन जाती है तो नीतीश कुमार की पार्टी वहां तृणमूल के साथ गठबंधन कर सकती है.

बंगाल में भी शराबबंदी घर-घर का बड़ा मुद्दा बना हुआ है

गुलाम रसूल बलियावी ने कहा है कि देश के एकलौते नेता नीतीश कुमार हैं जिनका संबंध अपने दुश्मनों से भी कभी खराब नहीं रहा. नीतीश कुमार के साथ दुश्मनी करने वाले भी मार्केट रेट देखकर दोस्ती का हाथ बढ़ा ही लेते हैं. बंगाल चुनाव में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि बंगाल में भी शराबबंदी घर-घर का बड़ा मुद्दा बना हुआ है और हम इस मुद्दे पर बंगाल में चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं.

वहीं, बात करें विपक्ष की पार्टी राजद की तो वह ममता बनर्जी का समर्थन कर रही है और बंगाल में एक बार फिर से ममता बनर्जी की ही सरकार चाहती है. यहां बता दें कि जदयू के द्वारा इस साल के अंत में 26 और 27 दिसंबर को लगभग पूरे राज्य से जदयू के नेताओं की बैठक पटना के जदयू कार्यालय में बुलाई गई है. इस बैठक में आने वाले अन्य राज्यों के चुनाव में इनकी भूमिका क्या होगी उसपर विचार-विमर्श किया जायेगा.

Web Title: CM Nitish kumar contest elections on 75 seats BJP does not join then alliance with Mamata Banerjee Bihar West Bengal

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