राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने के बाद कमलनाथ बोले- यहां की राजनीति से कोरोना वायरस को हटाना होगा
By गुणातीत ओझा | Updated: March 13, 2020 14:21 IST2020-03-13T14:21:44+5:302020-03-13T14:21:44+5:30
राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना वायरस के चलते राज्य विधानसभा का बजट सत्र टलने के सवाल पर पत्रकारों से कहा कि कोरोना वायरस तो यहां राजनीति में है, पहले इसे हटाना होगा बाद में कोरोना वायरस को देखा जाएगा।

मध्यप्रदेश में सियासी संकट जारी, राज्यपाल लाल जी टंडन से मिले सीएम कमलनाथ
मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच आज शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल लाल जी टंडन से मिले। लाल जी टंडन से मुलाकात के बाद कमलनाथ ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि असली कोरोना वायरस से बाद में निपटा जाएगी अभी यहां की राजनीति में फैले कोरोना वायरस को हटाना होगा।
बता दें कि राज्यपाल से मुलाकात के दौरान सीएम कमलनाथ ने लालजी टंडन को एक पत्र सौंपा, जिसमें भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) द्वारा विधायकों पर हॉर्सट्रेडिंग का आरोप लगाया। कमलनाथ ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वह 'बेंगलुरु में कैद में रखे गए विधायकों की रिहाई' सुनिश्चित करें। राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा, 'फ्लोर टेस्ट तो राज्यपाल के भाषण पर होगा और बजट पर होगा । लेकिन ये तभी संभव है जब आप 22 विधायकों को वापस ले आए।'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस तो यहां राजनीति में है, पहले इसे हटाना होगा बाद में कोरोना वायरस को देखा जाएगा। राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना वायरस के चलते राज्य विधानसभा का बजट सत्र टलने के सवाल पर पत्रकारों से कहा कि कोरोना वायरस तो यहां राजनीति में है, पहले इसे हटाना होगा बाद में कोरोना वायरस को देखा जाएगा।
गौरतलब है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने से मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। सिंधिया समर्थक कांग्रेस के 22 बागी विधायकों ने भी त्यागपत्र दे दिया है। इनमें से अधिकतर विधायक बेंगलुरु में ठहरे हुए हैं और कांग्रेस ने इन विधायकों के भाजपा के ‘‘कब्जे’’ में होने और दबाव में आकर त्यागपत्र देने का आरोप लगाया है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष एन.पी प्रजापति ने कहा कि विधायक सामने आकर त्यागपत्र देंगें तब नियमानुसार इन पर कार्रवाई की जाएगी। अध्यक्ष ने इस मामले में विधायकों को नोटिस जारी किया है।