बीजेपी अंबेडकर की जय करती है लेकिन एक सीट के लिए बीआर अंबेडकर को हरा देती है: मायावती
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 26, 2018 15:02 IST2018-03-26T10:52:18+5:302018-03-26T15:02:07+5:30
मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि हम दोनों अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए एक साथ नहीं आए हैं बल्कि भाजपा के कुशासन को खत्म करने के लिए एकजुट हुए हैं।

बीजेपी अंबेडकर की जय करती है लेकिन एक सीट के लिए बीआर अंबेडकर को हरा देती है: मायावती
लखनऊ, 26 मार्च; राज्यसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की हार के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती सोमवार 26 मार्च को पार्टी की बैठक बुलाई है। बैठक पार्टी ऑफिस लखनऊ में हो रही है। मायावती ने यहां बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ये लोग बार-बार अम्बेडकर के नाम का नाम का जिक्र करते हैं और लेकिन उन वर्गों से जुड़े लोगों पर ही हमला करते हैं।
मायवती ने कहा कि अम्बेडकर नाम के जुगाड़ को वह बार-बार चुनाव जीतने के लिए करते हैं। इसी वजह से बसपा ने राज्यसभा चुनाव में भीमराव अंबेडकर नाम के प्रत्याशी को उतारा था। लेकिन बीजेपी ने उसे हराने के लिए भी एक अतिरिक्त कैंडिडेट उतार दिया था।
They chant Ambedkar's name but oppress those belonging to the category. It's evident from the fact when Bhim Rao Ambedkar (BSP) was made to lose when BJP introduced an extra seat. BSP-SP didn't come together to fulfill selfish needs but to stand against BJP's misrule: Mayawati pic.twitter.com/H7CCRtbA95
— ANI UP (@ANINewsUP) March 26, 2018
मायावती ने यहां मन की बात में अंबेडकर जी के बारे में कहा लेकिन उनकी मानसिकता अंबेडकर के विचारों से बिल्कुल ही अलग है। यही कारण है कि पिछले कई वर्षों में भाजपा और आरएसएस को सत्ता से दूर रखा गया। मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि हम दोनों अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए एक साथ नहीं आए हैं बल्कि भाजपा के कुशासन को खत्म करने के लिए एकजुट हुए हैं। मायावती ने आगे कहा, शासन के 4.5 वर्षों में भाजपा ने केवल विशेषकर दलितों के लिए नाटक किया है।
In 4.5 years of governance, BJP did only done drama, especially towards Dalits. Modi Ji spoke of BR Ambedkar in #MannKiBaat but his mindset is stark opposite of what Baba Saheb stood for. That is the reason BJP RSS was kept out of power in the past decades: BSP Chief Mayawati pic.twitter.com/U1ZC6bNStO
— ANI UP (@ANINewsUP) March 26, 2018
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इस बैठक से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मुकाबला करने के लिए सपा-बसपा एक साथ आ सकते हैं। उपचुनाव में दोनों सीटों पर साथ आने का फायदा भी मिला है। दोनों पार्टियों के पास अपने-अपने मजबूत वोट बैंक है। ऐसे में सपा-बसपा के बीच गठबंधन होता है तो बीजेपी के लिए 2019 लोकसभा चुनाव की राह आसान नहीं होगी।