Bihar vidhan sabha election 2020: तेजस्वी ने भाजपा पर किया हमला, जदयू सांसद ने किए राजद नेता पर वार
By एस पी सिन्हा | Published: June 3, 2020 07:38 PM2020-06-03T19:38:50+5:302020-06-03T19:38:50+5:30
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली की तिथि में बदलाव के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी वर्चुअल रैली के प्रतिकार के लिए तय किये गये 'गरीब अधिकार दिवस' की तारीख में भी बदलाव कर दिया है. तेजस्वी यादव ने सात जून को ही अब 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने का फैसला किया है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की आहट देख अब राजनीति गर्माने लगी है. कोरोना के कहर के बीच अब सभी चुनावी मैदान में आने के लिए कमर कसने लगे हैं.
इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली की तिथि में बदलाव के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी वर्चुअल रैली के प्रतिकार के लिए तय किये गये 'गरीब अधिकार दिवस' की तारीख में भी बदलाव कर दिया है. तेजस्वी यादव ने सात जून को ही अब 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने का फैसला किया है.
साथ ही उन्होंने कहा है कि राजद के दबाव में भाजपा ने तारीख में बदलाव किया है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ''राजद के दबाव में भाजपा ने प्रस्तावित नौ जून की वर्चुअल रैली को अब सात जून को करने का निर्णय किया है.''
उन्होंने कहा है कि ''लोग कोरोना और भूख से मर रहे हैं, लेकिन भाजपा रैली कर रही है. इनकी संवेदनहीनता के प्रतिकार में राजद भी अब सात जून को ही 'गरीब अधिकार दिवस' मनायेगी. सभी बिहारवासी उस दिन थाली-कटोरा बजायेंगे. यहां बता दें कि ''बिहार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली नौ जून को नहीं, बल्कि अब सात जून को होगी.
अमित शाह डिजिटल माध्यम से एक साथ आम लोगों और कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे
बिहार में सात जून की शाम चार बजे अमित शाह डिजिटल माध्यम से एक साथ आम लोगों और कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा है कि कोरोना संकट का प्रभाव राजनीतिक गतिविधियों पर भी पड़ा है.
इसलिए बिहार विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों के जरिये पार्टी पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग कर कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करेंगे. इस रैली का प्रसारण टीवी स्क्रीनों के जरिये भी किया जायेगा. इस कार्यक्रम को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आम लोग देख सकेंगे.
इसबीच, सरकार पर लगातार हमलावर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जदयू सांसद ललन सिंह ने जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना संकटकाल में गायब तेजस्वी फिर से प्रकट हो गए हैं. लॉकडाउन खत्म होते ही सामने आए हैं, क्योंकि बिहार में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं.
तेजस्वी में भी लालू प्रसाद यादव वाला भ्रष्टाचार वाला जीन आ गया
चुनाव खत्म होते ही फिर से अंतर्ध्यान हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी में भी लालू प्रसाद यादव वाला भ्रष्टाचार वाला जीन आ गया है. इतने कम समय में अरबों के मालिक बन बैठे हैं. पटना के घोसवरी और गोपालगंज के हथुआ में हुई हत्याओं पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बात समझ मे नहीं आती है. किसी एक घटना को लेकर राजनीति नहीं करना चाहिए. अगर किसी का नाम आया और साक्ष्य मिला तो कार्रवाई होगी. वे घोसवरी गए थे, वहां किसने घटना की है, उसका नाम नहीं ले रहे हैं.
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जहानाबाद और गया का रास्ता नहीं देखे हैं क्या? वहां भी घटनाएं हुई हैं, तेजस्वी को उन घटनाओं पर भी बोलना चाहिए. ललन सिंह यही नहीं रूके. उन्होंने वर्चुअल रैली के राजद के विरोध पर भी जमकर प्रहार किया. ललन सिंह ने कहा कि लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव के बाद भी गायब हो जाएंगे.
उन्होंने दावा किया कि लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी राजद का सूपडा साफ हो जाएगा. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजद बरसाती मेढक की तरह हैं, चुनाव बाद हाइबरनेशन में चला जाएगा. विधानसभा और विधान परिषद चुनाव पर ललन सिंह ने कहा कि चुनाव समय पर होना चाहिए. महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी जल्द हो विधान परिषद चुनाव होगा. उन्होंने कहा कि बदली हुई परिस्थिति में जदयू और पूरा एनडीए चुनाव के लिए है तैयार है. जनता भी चुनाव के लिए मन बना चुकी है.