15 सालों से गृह सचिव के पद पर पदस्थापित आमिर सुबहानी का ट्रांसफर, राजद ने कहा- सीएम नीतीश ने बिहार भाजपा को दिया स्मॉल गिफ्ट...
By एस पी सिन्हा | Published: January 1, 2021 07:06 PM2021-01-01T19:06:27+5:302021-01-01T19:08:00+5:30
बिहार सरकार ने गुरुवार की देर रात 13 जिलों के एसपी समेत 38 आइपीएस अधिकारियों का भी तबादला कर दिया. पोस्टिंग की प्रतीक्षा में रही लिपि सिंह को सहरसा का एसपी बनाया गया है.
पटनाः बिहार में कल देर रात बडे़ पैमाने पर अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग किया गया. इसमें प्रमुख नाम रहा राज्य के गृह सचिव आमिर सुबहानी का.
वह पिछले 15 सालों से राज्य के गृह सचिव के पद पर पदस्थापित थे. ऐसे में अधिकारियों के तबादला पोस्टिंग पर राजद ने सरकार पर निशाना साधा है. राजद ने बिहार के गृहसचिव को हटाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर तंज कसा है. राजद ने कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा बिहार भाजपा को दिया गया ये एक स्मॉल गिफ्ट है. भाजपा के विरोध के आगे एक बार फिर से नीतीश कुमार को विवश होना पड़ा है.
चर्चा है कि भाजपा के दवाब के कारण 15 साल से गृह सचिव के पद पर जमे आमिर सुबहानी को हटाना पड़ा है. इसको लेकर भाजपा ने विरोध जताया था. आमिर सुबहानी की जगह अब के. सेंथिल कुमार नए गृह सचिव बनाए गए हैं. बता दें कि कल देर रात बिहार में आईएएस अफसरों का तबादला किया गया, जिनमें गृह सचिव आमिर सुबहानी भी है.
आमिर सुबहानी को गृह सचिव पद से हटा दिया गया
आमिर सुबहानी को गृह सचिव पद से हटा दिया गया है. बिहार में नए गृह सचिव के रूप में के. सेंथिल कुमार को नियुक्त किया गया है. आमिर सुबहानी पर बीते दिनों भाजपा नेताओं ने निशाना साधा था. 26 दिसंबर को बिहार में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा था कि बिहार में 15 साल से एक ही व्यक्ति गृह सचिव क्यों है?
यह नीतीश कुमार को बताना चाहिए. भाजपा विधान पार्षद ने कहा था कि आमिर सुबहानी बीते 15 साल से राज्य के गृह सचिव हैं. मुख्यमंत्री के पास अगर कोई इसका कारण या जवाब नहीं है तो फिर आमिर सुबहानी को हटाकर यह जिम्मा किसी दूसरे पदाधिकारी को दिया जाना चाहिए.
नीतीश कुमार को गृह विभाग का दायित्व छोड़ देना चाहिए
इतना ही नहीं भाजपा विधान पार्षद ने यह भी कहा था कि नीतीश कुमार को गृह विभाग का दायित्व छोड़ देना चाहिए. संजय पासवान ने कहा है कि जरूरी नहीं कि गृह विभाग भाजपा के किसी मंत्री के पास जाए. नीतीश कुमर चाहे तो यह जदयू के पास ही रहे और उन्हीं की पार्टी का कोई मंत्री इस विभाग को देखे लेकिन बदलाव को वक्त की जरूरत है.
यहां उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने गुरुवार की देर रात 13 जिलों के एसपी समेत 38 आइपीएस अधिकारियों का भी तबादला कर दिया. मुंगेर गोली कांड के बाद विवादों में घिरी रहीं और पदस्थापन की प्रतीक्षा में रही लिपि सिंह को सहरसा का एसपी बनाया गया है, जबकि फुलवारीशरीफ के एसडीपीओ संजय भारती शिवहर के नये एसपी होंगे.
शोभा अहोतकर को डीजी होमगार्ड, निर्मल आजाद को एडीजी रेल, रवींद्रन शंकरण को एडीजी एटीएस, अमित कुमार जैन को एडीजी मानवाधिकार बनाया गया है. साल के अंतिम दिन सरकार ने ताबड़तोड़ प्रशासनिक फेरबदल किया है. राज्य सरकार ने करीब दो दर्जन आइएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है.
चंद्रशेखर सिंह अब पटना के नये डीएम होंगे
पटना समेत 12 जिलों में नये डीएम तैनात किये गये हैं. मुजफ्फरपुर के डीएम चंद्रशेखर सिंह अब पटना के नये डीएम होंगे. वहीं, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार की अन्य विभागों की जिम्मेदारी में बदलाव किया गया है. दरअसल, बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाएं काफी हो रही हैं.
आये दिन हत्या, लूट और रेप की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसको लेकर पहले भी भाजपा नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़ा कर चुकी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सासाराम के सांसद छेदी पासवान और भाजपा विधायक संजय सरावगी अपराध को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं. बता दें कि जब बिहार में सरकार बनने वाली थी तब भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गृह विभाग छोड़ने की बात नीतीश से कही थी. लेकिन तब बात नही बही थी और गृह विभाग यथावत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास रह गया.