संसद में पास हो चुके कृषि विधयकों को लेकर शुक्रवार को देश के कई हिस्सों में किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। किसान संगठनों ने भारत बंद बुलाया है और पंजाब, हरियाणा समेत बिहार, यूपी महाराष्ट्र में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। बिहार की राजधानी पटना में तेजस्वी यादव ने किसानों के साथ मार्च किया।
इस दौरान वे पटना की सड़कों पर ट्रैक्टर चलाते नजर आए जबकि तेजप्रताक ट्रैक्टर के ऊपर बैठे थे। समर्थकों और मार्च में शामिल किसानों ने नारेबाजी भी की।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि सरकार ने 'अन्नदात' को अपने 'फंड दाता' के माध्यम से कठपुतली बना दिया है। उन्होंने कहा, 'कृषि बिल किसान विरोधी है और इसने किसानों को असहाय कर दिया है। सरकार ने कहा था कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे, लेकिन ये बिल उन्हें और गरीब बना देगा। कृषि क्षेत्र का कॉर्पोरेटकरण किया जा रहा है।
बता दें कि बिहार के लिए ये चुनावी साल भी है। अक्टूबर-नवंबर में बिहार में चुनाव होने हैं और ऐसे में नीतीश कुमार और एनडीए गंठबंधन के खिलाफ माहौल तैयार करने में राज्य में विपक्षी पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं।
पंजाब-दिल्ली में भी असर, कई ट्रेनें रद्द
पंजाब में बंद का व्यापक असर है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हालांकि प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है।
अमृतसर में पुलिस बलों को तैनात किया गया है ताकि प्रदर्शन के दौरान कोई अनहोनी घटना नहीं हो। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में उत्तर प्रदेश और हरियाणा बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए 26 ट्रेनों का परिचालन 26 सितंबर तक के लिए रद्द किया गया है। इनमें जन शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार-अमृतसर), गोल्डेन टेम्पल मेल (अमृतसर-मुंबई मध्य), सचखंड एक्सप्रेस (नांदेड़-अमृतसर), नई दिल्ली-जम्मू तवी, शहीद एक्सप्रेस (अमृतसर-जयनगर) और कर्मभूमि (अमृतसर-न्यू जलपाइगुड़ी) जैसी ट्रेनें शामिल हैं।