पटनाः कांग्रेस ने पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर को बिहार MLC चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। बिहार में 9 सीट पर मतदान हो रहा है। कांग्रेस सहयोगी राजद ने तीन उम्मीदवार की घोषणा कर दी है।
कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर को बिहार विधान परिषद के चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सोनिया गांधी ने अनवर की उम्मीदवारी को स्वीकृति प्रदान की। गौरतलब है कि अनवर पिछले लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह पहले भी कांग्रेस में रहे हैं।
बिहार विधान परिषद की नौ सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तीन उम्मीदवारों ने बुधवार को अपना—अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की मौजूदगी में राजद उम्मीदवार मोहम्मद फारूक उर्फ फारूक शेख, रामबली सिंह चंद्रवंशी और सुनील कुमार सिंह ने विधानसभा सचिवालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
भाजपा के सहयोगी दल जदयू ने मंगलवार को अपने तीन उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी
भाजपा के सहयोगी दल जदयू ने मंगलवार को अपने तीन उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। दोनों दलों के उम्मीदवारों के नामांकन के आखिरी दिन 25 जून को नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है। बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के तीनों उम्मीदवारों द्वारा बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया गया।
राजद के साथ महागठबंधन में शामिल कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है और उसने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है । बिहार में 75 सदस्यीय विधान परिषद की रिक्त नौ सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 जून है तथा आगामी नौ जुलाई को मतदान होना है ।
राजद ने नामांकन दाखिल करने से पहले अपने उम्मीदवारों के नाम मीडिया के साथ साझा करने से परहेज किया
राजद ने नामांकन दाखिल करने से पहले अपने उम्मीदवारों के नाम मीडिया के साथ साझा करने से परहेज किया। नामांकन दाखिल करने की औपचारिकताएं समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राजद नेता तेजस्वी ने कहा, "कल के घटनाक्रम से नीतीश कुमार को फायदा हो सकता है, लेकिन बिहार के लोगों को इस तरह की साजिशों से कुछ हासिल होने वाला नहीं है"। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य में स्वास्थ्य संकट और दो महीने से अधिक लंबे लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक संकट की ओर इशारा करते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश इस चुनौती का सामना करने में विफल रहे हैं।
राजद नेता ने दावा किया कि बिहार के लोग उनके साथ हैं और वे सत्तारूढ़ राजग को करारा जवाब देंगे। बिहार विधान परिषद की इन सीटों के चुनाव के मद्देनजर राजद संसदीय बोर्ड ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा को लेकर चारा घोटाला मामले में रांची में सजा काट रहे पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को अधिकृत किया था। राजद का यह चयन मुसलमानों, गैर-यादव ओबीसी और उच्च जातियों का विश्वास जीतने के उद्देश्य को प्रतिबिंबित करता है।
राजपूत उच्च जाति के सुनील कुमार सिंह बिहार में सहकारी आंदोलन से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में बिस्कोमान (बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ) के प्रमुख हैं। बिहार के शिवहर जिला निवासी मोहम्मद फारूक का मुंबई में रियल एस्टेट का व्यवसाय है। बिहार नेशनल कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रामबली सिंह चंद्रवंशी राजद में शामिल होने से पहले कई दलों में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। फारूक और चंद्रवंशी के नामांकन ने भाजपा को राजद पर निशाना साधने का मौका दे दिया है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि चंद्रवंशी पर एक छात्र के साथ कथित यौन उत्पीडन को लेकर इस साल मार्च में मामला दर्ज हुआ था । आनंद ने फारूक पर "हवाला कारोबाी" होने का आरोप लगाते हुए कहा दो साल उन्हें ईडी ने धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था जिसमें 2253 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई थी।
बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की
बिहार विधान परिषद की रिक्त नौ सीटों में से दो पर चुनाव लड़ रही भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की बुधवार को घोषणा कर दी । नयी दिल्ली स्थित भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार पार्टी ने संजय प्रकाश उर्फ संजय मयूख के दूसरे कार्यकाल के लिए विचार करने का निर्णय लिया है।
कायस्थ समुदाय से आने वाले संजय मयूख का कार्यकाल इस साल मई में समाप्त हो गया था। वह पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह-संयोजक भी हैं। इसके अलावा, भाजपा ने अपनी पूर्व राज्य इकाई के उपाध्यक्ष सम्राट चौधरी को मैदान में उतारने का फैसला किया है। सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी कुशवाहा समुदाय के एक प्रमुख नेता हैं, जो लालू प्रसाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के साथ अलग-अलग अवधि में जुड़े रहे हैं।
इनपुट भाषा से