पटनाः बिहार विधानमंडल के चालू बजट सत्र के दौरान आज संपूर्ण विपक्ष विभिन्न मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है।
नीतीश सरकार के एक मंत्री के भाई के स्कूल कैंपस से शराब की बरामदगी मामले को लेकर विपक्ष हमलावर है। शनिवार को हुए जबर्दस्त हंगामे के बाद आज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इसमें अवैध शराब की बिक्री रोकने को लेकर सदन में हो रहे हंगामे पर चर्चा हुई, साथ ही मंत्री रामसूरत राय का भी मामला उठा।
हालांकि सदन की बैठक शुरू होने से पहले दो दिन पूर्व सुपौल में एक ही परिवार के पांच लोगों के आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने की घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाए गए। भाकपा-माले विधायकों ने कहा सरकार की योजनाएं कहां चल रही हैं और इससे किसे फायदा हो रहा है। यह सुपौल की हृदय विदारक घटना से समझा जा सकता है।
वहीं सहारा इंडिया के निवेशकों को भुगतान नहीं किए जाने का मामला विधानसभा में उठा। प्रश्नोत्तर काल के दौरान भाजपा विधायक संजय सरावगी ने आरोप लगाया कि निवेशकों को निवेश अवधि पूरी होने के बावजूद सहारा इंडिया की तरफ से भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना कर रहे हैं।
सरकार ने इसपर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस दौरान माले विधायकों ने नल-जल योजना के तहत चल रही वसूली को बंद करने तथा कम से कम 3000 वृद्धावस्था पेंशन की गारंटी करने की मांग की। माले विधायकों ने कहा कि सरकार आज सभी बैंकों को निजीकरण पर जोर दे रही है, जिसके कारण बैंक में दो दिन तक देशव्यापी हड़ताल पर है। इसी तरह कबीर अंत्येष्टी योजना का लाभ भी लोगों को समय पर नहीं मिल पाता है। इस दौरान हंगामा भी हुआ और शून्यकाल के बाद सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।