पटनाः बिहार में अपराध पर नियंत्रण ना होने की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार विपक्ष की पार्टी अपने घेरे में ले रही है और उनपर हमले कर रही है.
इसी क्रम में लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर अपराध को लेकर निशाना साधा है. नए साल में पहली बार पटना पहुंचे चिराग पासवान ने बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर नीतीश सरकार के ऊपर सवाल खडे़ किए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बैक टू बैक मर्डर की घटनाओं से डर का माहौल बन गया है. बडे़-बडे़ लोगों की हत्या हो रही है और लोग भय के माहौल में जी रहे हैं.
लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ साथ गृह मंत्री होने के कारण नीतीश कुमार को अब इस पर ध्यान देना चाहिए. बिहार विधानसभा चुनाव के बाद भी बिहार में ना तो कानून-व्यवस्था की स्थिति बदली है और ना ही भ्रष्टाचार की. चिराग पासवान ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उनका मानना है कि मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाना चाहिए.
मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने से सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है
हालांकि यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र का मामला है, लेकिन फिर भी मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने से सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है. चिराग पासवान ने कहा कि चुनाव के दौरान भी उन्होंने कानून व्यवस्था का मसला उठाया था और चुनाव के बाद भी उस परिस्थिति में बदलाव नहीं हुआ है, वह उम्मीद करते हैं कि बिहार में कानून अपना काम करेगा.
इस मामले में वह चाहते हैं कि सरकार अपना काम करें. उन्होंने कहा कि हम सरकार को पूरा मौका देना चाहते हैं इसलिए 6 महीने तक वह कुछ नहीं बोलेंगे. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने से सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है.
तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार पर अपराध को लेकर हमलावर बने हुए
यहां बता दें कि, चिराग पासवान से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार पर अपराध को लेकर हमलावर बने हुए हैं. वहीं रुपेश हत्याकांड के बाद अब कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर भी सियासत गर्मायी हुई है. वहीं, चिराग पासवान के द्वारा नीतीश सरकार पर हमला बोले जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अखाडे़ में उतर गए हैं. चिराग पासवान के खिलाफ जीतन राम मांझी ने पलटवार करते हुए उन्हें प्रवासी बता दिया है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान बिहार आते ही नहीं तो उनको डर क्यों लगेगा?
जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है- 'चिराग जी आप बिहार आतें कब है कि आपको डर लगेगा? वैसे 2020 के चुनाव में बिहार की जनता मालिक ने स्पष्ट तरीके से बता दिया है कि सूबे की आवाम को सबसे ज्यादा डर आपसे और आप जिसकी मदद कर रहे थे, उनसे लगता है. तब ही तो आपको और आपके उ छोटे भाई को सत्ता से दूर रखा है.' यहां बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी जीतन राम मांझी और चिराग पासवान एक दूसरे के सामने खडे़ नजर आए थे.
महागठबंधन से पाला बदलकर एनडीए में आने वाले जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 4 सीटों पर जीत हासिल हुई है. जबकि एनडीए और महागठबंधन से अलग अकेले चुनाव लडने वाले चिराग पासवान केवल एक सीट पर जीत हासिल कर पाए. ऐसे में अब जीतन राम मांझी दलित वोट बैंक की राजनीति के ऊपर बिहार में अपनी पकड बनाना चाहते हैं. यही वजह है कि नीतीश सरकार पर जब भी चिराग निशाना साधते हैं, मांझी उन पर पलटवार जरूर करते हैं.