पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे़ लाल तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
उन्होंने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में ही प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को जलील कर दिया. तेज प्रताप ने तल्ख शब्दों का इस्तेमाल करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बारे में हमला बोलते हुए कहा है कि लालू यादव की जो आज हालत बनी हुई है, वह इन जैसे नेताओं की ही वजह से है. इन लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है और आप तानाशाही पर उतारू हैं.
लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दियाः तेजप्रताप ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सरीखे लोग पार्टी का नुकसान कर रहे हैं. वह इस बात से नाराज थे कि जगदा बाबू उन्हें रिसीव करने बाहर क्यों नहीं आये? गुस्से से लाल पीला तेजप्रताप ने कहा कि जगदानंद जैसे लोगों के कारण ही लालू प्रसाद यादव बीमार हैं. जगदानंद जैसे लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया.
अभियान आजादी पत्र पर भी हमलाः उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं, लेकिन उनसे मिलने के लिए विधायकों को अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाता है, तब भी नहीं मिलते हैं. उन्होंने कहा कि 1 घंटे से कार्यालय में आकर हम बैठे हुए हैं, लेकिन हम से भी कोई नहीं मिलने आया है. तेज प्रताप यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने द्वारा शुरू किए गए लालू यादव की रिहाई के लिए जारी अभियान आजादी पत्र पर भी हमला बोलते हुए कहा की जगदानंद सिंह के इशारे पर उन्होंने उस पत्र पर कुछ लिखा और ना ही राजद के किसी बडे़ नेता को लिखने दिया.
जगदानंद सिंह पर बरस पडे़ः दरअसल, हुआ यूं कि तेजप्रताप अपने समर्थकों के साथ राजद के प्रदेश कार्यालय में पहुंच गये. मीडिया को खबर दे दी गई थी कि तेजप्रताप यादव पार्टी कार्यालय पहुंचने वाले हैं. लिहाजा मीडिया पहले से मौजूद थी. तेजप्रताप पार्टी दफ्तर पहुंचे और मीडिया के सामने सीधे जगदानंद सिंह पर बरस पडे़.
उनसे पूछिये क्यों नहीं लिखा है आजादी पत्र? तेजप्रताप बोले “जगदानंद सिंह यहां बैठे हुए हैं और उनका कमरा बंद है. अभी तक जगदानंद सिंह ने आजाद पत्र नहीं लिखा है. जाकर उनसे पूछिये क्यों नहीं लिखा है आजादी पत्र?” ऐसा लग रहा था तेजप्रताप जगदानंद सिंह को जलील करने के ही मूड में आये थे. लिहाजा दो लाइन बोलने के बाद अपने साथ आये एक व्यक्ति को बोलने को कहा.
हम 1989 से लालू जी के साथ हैंः फिर अपने सहयोगी को कहा कि वे मीडिया के सामने बोलें. तेजप्रताप के सहयोगी बोलने लगे “हम पांच-पांच बार पार्टी ऑफिस में आये. हमको कहा गया कि स्लीप देकर प्रदेश अध्यक्ष से मिलिये. हम 1989 से लालू जी के साथ हैं. हम स्लीप देकर प्रदेश अध्यक्ष से मिलेंगे?” इसके बाद तेजप्रताप यादव ने खुद बोलना शुरू किया. उन्होंने कहा कि जब पिता जी थे तो यही लोग उन्हें पूरी तरह से घेरे रहते थे.
जगदानंद का रूल नहीं चलेगाः तेजप्रताप बोले- "यहां जो आयेगा अप्वाइंटमेंट लेकर आय़ेगा. यहां जगदानंद का रूल नहीं चलेगा. राजद के कार्यालय में कोई भी आ सकता है. तेजप्रताप बोले- "पहले रामचंद्र पूर्वे प्रदेश अध्यक्ष थे. वे बहुत ठीक थे. मैं पार्टी के कार्यालय में आता था तो वे मेरा स्वागत करने बाहर आते थे. अब देखिये मैं पार्टी का माननीय विधायक हूं. हसनपुर का विधायक हूं. मुझे रिसीव करने जगदानंद सिंह बाहर क्यों नहीं निकले?
तेजप्रताप यादव बहुत नाराज हैंः यही स्थिति है पार्टी की. जगदानंद जैसे लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया. तेजप्रताप प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के चेंबर में घुसकर उन्हें मीडिया के सामने भला-बुरा कहने को तैयार थे. लेकिन उनके ही सहयोगियों ने उन्हें रोका. फिर वे राजद कार्यालय से वापस लौटे. वहीं, तेजप्रताप के जाने के बाद मीडिया के लोग जगदानंद के पास पहुंचे. उनसे कहा कि तेजप्रताप यादव बहुत नाराज हैं.
कोई नाराज हो ही नहीं सकताः आपको बहुत भला- बुरा कह रहे हैं. जगदानंद बोले- मुझसे कोई नाराज हो ही नहीं सकता. मैं तो समझ ही नहीं पा रहा हूं कि आप लोग क्या बोल रहे हैं. तेजप्रताप से बात हो जायेगी. आप लोग परेशान मत होइये. जाहिर है जगदानंद के पास कोई जवाब नहीं था. लिहाजा उन्होंने चुप रहना ही बेहतर समझा.
यहां बता दें कि इसके पहले भी तेज प्रताप यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच में तकरार की खबरें सामने आती रही हैं. जिसे हर बार सामने आने के बाद तेजस्वी यादव या फिर खुद लालू यादव सुलझा लेते थे. ऐसे में अब जब तेजस्वी यादवपटना से बाहर हैं और लालू यादव की सेहत खराब चल रही है ऐसे में एक बार फिर से दर्द आराम के नाम पर तेज प्रताप ने मोर्चा खोल दिया है.