Bihar Ki Khabar: लॉकडाउन के बीच प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, ट्वीट कर दिया सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश
By एस पी सिन्हा | Updated: April 18, 2020 19:30 IST2020-04-18T19:30:28+5:302020-04-18T19:30:28+5:30
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में भी उन्होंने इसकी चर्चा तक नहीं की. इसके बाद जदयू नेता निखिल मंडल ने ट्वीट कर लिखा कि दूसरी सरकार क्या कर रही है? वो जाने पर आपको भी बेहतर पता है लॉकडाउन का मतलब.

Bihar Ki Khabar: लॉकडाउन के बीच प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, ट्वीट कर दिया सोशल डिस्टेंसिंग का संदेश
पटना: लॉकडाउन के बीच बिहार की सियासत में बयानबाजी जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पहले राजद ने तंज कसा अब प्रशांत किशोर ने पर बड़ा हमला बोला है. प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए साफ कहा है कि बिहार के लोग बाहर फंसे हुए हैं और हमारे मुख्यमंत्री मर्यादा का पाठ पढ़ा रहे हैं.
आज अपने ट्वीटर अकाउंट पर प्रशांत किशोर ने लिखा है कि देश भर में बिहार के लोग फंसे पड़े हैं और नीतीश कुमार जी लॉकडाउन की मर्यादा का पाठ पढ़ा रहे हैं. स्थानीय सरकारें कुछ कर भी रहीं हैं, लेकिन नीतीश जी ने सम्बंधित राज्यों से अब तक कोई बात भी नहीं की है.
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में भी उन्होंने इसकी चर्चा तक नहीं की. इसके बाद जदयू नेता निखिल मंडल ने ट्वीट कर लिखा कि दूसरी सरकार क्या कर रही है? वो जाने पर आपको भी बेहतर पता है लॉकडाउन का मतलब. बिहार सरकार अन्य राज्यों में 50 से अधिक राहत केंद्र चला रही है. जिसका 7 लाख 66 हजार 920 लोग लाभ उठा चुके है. बाहर फसें 10 लाख 11 हजार लोगों के खाते में 1000 रु की राशि भेज दी गई है. समझे साहब.
दरअसल, ये अप्रवासी बिहार विधान सभा चुनाव में महत्वपूर्ण वोट बैंक होने वाले हैं. इस कारण उनपर राजनीतिक दलों की नजर है. अगर नीतीश सरकार अप्रवासी बिहारियों की समस्याओं का समाधान कर दे तो एक बडा वोट बैंक उसके पक्ष में हो सकता है. ऐसे में विपक्ष अप्रवासियों की नाराजगी को भुनाने में लगा है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के नाम संदेश में कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पूरी मानव जाति संकट के दौर से गुजर रही है.
देश में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. इस महामारी की गंभीरता को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्क है. सोशल डिस्टेंसिंग ही इससे बचाव का एकमात्र प्रभावी उपाय है. इसी को देखते हुए समाज के व्यापक हित में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाया गया है.