बिहार में लगातार शराबंदी को लेकर आलोचना झेल रही नीतीश सरकार एक्शन मोड में आ गई है। इस मामले में बिहार सरकार 16 नवंबर को उच्च-स्तरीय बैठक करेगी। जहरीली शराब से मौत होने के बाद लगातार नीतीश कुमार सरकार की किरकरी हो रही है। ऐसे में राज्य सरकार सूबे में शराबबंदी कानून को प्रभावी तरीके से लागू करने का अभियान चलाएगी। सरकार शराबंदी को लेकर सख्त हो गई है। अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शराब के सेवन के खिलाफ जागरुकता फैलाने का अभियान पुनः शुरू करेगी।
सरकार एकबार फिर से चलाएगी अभियान
इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने में के लिए एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया है कि शराबबंदी को लेकर जगह जगह छापे मारे जा रहे हैं। अगर कोई इस तरह के गैर कानूनी कार्य कर रहा है तो ये दुख की बात है। इसके खिलाफ एक बार से अभियान चलाना जरूरी है।
जहरीली शराब से मौत के बाद उठा है यह मुद्दा
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले ही जहरीली शराब पीने से बिहार के गोपालगंज में 17, बेतिया में 13 और मुजफ्फरपुर में 6 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले सीवान में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस मुद्दे पर जब नीतीश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि गड़बड़ चीज पीजिएगा तो यही सब ना होगा। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने उन्हें घेरा था। इस घटना के बाद से ही राज्य में यह मुद्दा फिर उठा है।