बिहार: विधानसभा चुनाव से पहले JDU ने विधायक व मंत्री श्याम रजक को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता
By अनुराग आनंद | Updated: August 16, 2020 20:14 IST2020-08-16T20:14:35+5:302020-08-16T20:14:35+5:30
श्याम रजक को जनता दय यूनाईटेड से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने निकाल दिया है।

श्याम रजक (फाइल फोटो)
पटना: बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। नीतीश कुमार सरकार की पार्टी जेडीयू ने मंत्री श्याम रजक को जनता दल यूनाईटेड (JDU) से निकाल दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने विधायक श्याम रजक को पार्टी से निकालने की घोषणा की है।
न्यूज 18 की मानें तो इससे पहले बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने जदयू छोड़ने का ऐलान कर दिया था। मिल रही जानकारी के मुताबिक, सोमवार को 12 बजे विधानसभा अध्यक्ष के पास जाकर पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा देने की बात कही। इसके बाद ही जदयू ने श्याम रजक पर ये कार्रवाई की है।
Patna: Bihar Industries Minister Shyam Rajak expelled from his party Janata Dal (U) pic.twitter.com/cJvCq3vULL
— ANI (@ANI) August 16, 2020
हालांकि, श्याम रजक ने अब तक अपने तरफ से इस बात की घोषणा नहीं कि है कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे। लेकिन, सोशल मीडिया व खबरों में कई तरह की चर्चा चल रही है। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि श्याम रजक एक बार फिर से अपने पुराने घर में वापसी कर सकते हैं।
राजद में शामिल होंगे श्याम रजक?
बता दें कि भले ही अपनी तरफ से राजद में शामिल होने को लेकर मंत्री श्याम रजक ने कुछ नहीं कहा हो लेकिन यह माना जा रहा है कि वह जल्द ही अपने पुराने घर अर्थात राजद में शामिल हो सकते हैं। रिपोर्ट की मानें तो इस बात की अधिकारिक घोषणा भी काफी जल्द होने की संभावना है। बिहार में जदयू से पहले राजद की राबड़ी देवी सरकार में भी श्याम रजक मंत्री के पद पर रह चुके हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी भी नीतीश कुमार सरकार से नाराज-
बता दें कि श्याम रजक के नीतीश कुमार का साथ ऐसे समय में छोड़ने की बात कही है, जब एनडीए की साझेदार रामविलास पासवान की पार्टी (एलजेपी) हर रोज बिहार में जेडीयू के खिलाफ बयान दे रही है। यही नहीं जदयू और एलजेपी के आपसी रिश्तों में खटास बढ़ती दिख रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान में टकराव बढ़ रहा है। दोनों दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।