लाइव न्यूज़ :

Bihar Elections 2020: पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के पुत्र सत्यप्रकाश JDU  में, कहा- लालू प्रसाद की पार्टी सिर्फ नाम की समाजवादी

By भाषा | Updated: October 9, 2020 16:57 IST

मेरे पिता कहा करते थे कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को राजनीति में होना चाहिए। मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति की रही है, लेकिन एक परिवार से एक ही व्यक्ति राजनीति में होने की प्रतिबद्धता के कारण राजनीति में नहीं आया।

Open in App
ठळक मुद्देलालू प्रसाद की पार्टी सिर्फ नाम की समाजवादी है, उसमें सारे काम समाजवादी विचारधारा के उलट हो रहे हैं।इस बात का दुख था कि राजद और लालू यादव जी के परिवार के लोग उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।कई विषयों पर उनके पिता ने राजद को पत्र भी लिखा था लेकिन स्थितियां नहीं बदली।

पटनाः दिवंगत राष्ट्रीय जनता दल नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के पुत्र सत्यप्रकाश सिंह ने जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने के एक दिन बाद विपक्षी राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी सिर्फ नाम की समाजवादी है, उसमें सारे काम समाजवादी विचारधारा के उलट हो रहे हैं।

सिंह ने कहा, ‘‘ मेरे पिता कहा करते थे कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को राजनीति में होना चाहिए। मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति की रही है, लेकिन एक परिवार से एक ही व्यक्ति राजनीति में होने की प्रतिबद्धता के कारण राजनीति में नहीं आया।’’

उन्होंने कहा कि मृत्यु से पहले उनके (रघुवंश) लिखे पत्र से संकेत मिला की मैं राजनीति में आऊं। यह पूछे जाने पर कि राजनीति में प्रवेश के लिये जदयू को ही क्यों चुना, सत्यप्रकाश ने कहा, ‘‘पिताजी ने राजद को स्थापित करने में अपने आप का खपा दिया लेकिन उन्हें इस बात का दुख था कि राजद और लालू यादव जी के परिवार के लोग उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कई विषयों पर उनके पिता ने राजद को पत्र भी लिखा था लेकिन स्थितियां नहीं बदली।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ राजद सिर्फ नाम की समाजवादी है और उस पार्टी में सारे काम समाजवादी विचारधारा के उलट हो रहे हैं।’’ सिंह ने आरोप लगाया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद के घोषणापत्र में ऊंची जाति के गरीब लोगों को आरक्षण देने की बात थी लेकिन उनके पिता से बिना विचार विमर्श किये ही उसे बदल दिया गया । उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में उन्हें जदयू में शामिल होना ही सही लगा । यह पूछे जाने पर कि उन्हें जदयू से विधान परिषद भेजने की चर्चा हो रही है, सिंह ने कहा, ‘‘ मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।

भविष्य के बारे में पार्टी को तय करना है।’’ रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्रों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के भिक्षापात्र को अफगानिस्तान से अपने देश में वापस लाने के संबंध में वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर आग्रह करेंगे । उन्होंने कहा कि जहां तक उन्हें जानकारी है कि पत्रों में जिन बातों का उल्लेख है, उस पर मुख्यमंत्री भी अपने स्तर पर ध्यान दे रहे हैं।

गौरतलब है कि सिंह बृहस्पतिवार को जद (यू) में शामिल हो गए। व ऐसे समय में जदयू में शामिल हुए हैं जब रघुवंश प्रसाद सिंह के प्रतिद्वन्द्वी माने जाने वाले पूर्व सांसद एवं बाहुबली नेता रामा सिंह की पत्नी वीणा सिंह को राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार विधानसभा चुनाव में महनार से टिकट दिया है। 2014 लोकसभा चुनाव में लोजपा के टिकट पर रामा सिंह ने रघुवंश प्रसाद सिंह को शिकस्त दी थी। रघुवंश प्रसाद सिंह का हाल ही में निधन हो गया। 

टॅग्स :बिहार विधान सभा चुनाव 2020पटनाआरजेडीलालू प्रसाद यादवतेजस्वी यादवनीतीश कुमारजेडीयू
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारतजदयू के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र नारायण यादव 18वीं बिहार विधानसभा के लिए चुने गए निर्विरोध उपाध्यक्ष

भारतबिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- बिहार में किसी तरह का तनाव या विभाजन का माहौल नहीं

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा